श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह कोलकाता (एसएमपी कोलकाता) के अध्यक्ष श्री पी. एल. हरनाद ने बताया कि इस बंदरगाह ने अप्रैल, 2022 से जनवरी, 2023 के दौरान 54.254 मिलियन टन (एमटी) रिकॉर्ड कार्गो का रखरखाव किया जो अब तक का सबसे अधिक रिकॉर्ड वाला कार्गो यातायात है। जबकि अप्रैल, 2021 से जनवरी, 2022 के दौरान इस बंदरगाह ने 47.282 मिलियन टन माल की ढुलाई की थी, इस प्रकार कार्गों के रखरखाव में 14.75 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई जो राष्ट्रीय औसत से बहुत अधिक है।
श्री हरनाद ने आगे कहा कि एसएमपी कोलकाता अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के दौरान भारत के प्रमुख बंदरगाहों के बीच कार्गो के रखरखाव में 5 वें स्थान पर रहा, जबकि अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 के दौरान इसका छठा स्थान रहा था।
श्री हरनाद ने कहा कि हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) ने अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के दौरान 40.162 मीट्रिक टन कार्गो का रखरखाव किया था जबकि पिछले साल अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 के दौरान इसने 34.749 मीट्रिक टन कार्गो का रखरखाव किया था इस प्रकार कार्गो रखरखाव में 15.58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है।
कोलकाता डॉक सिस्टम (केडीएस) ने अप्रैल 2021-जनवरी 2022 के दौरान 12.533 मीलियन टन (12.44 प्रतिशत की वृद्धि) की तुलना में अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 तक 14.092 मीलियन टन कार्गो का रखरखाव किया।
अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के दौरान, एसएमपी, कोलकाता ने 28.823 मीट्रिक टन (केडीएस-4.92 मीलियन टन, एचडीसी-23.903 मीट्रिक टन) के रेल-जनित यातायात को संभाला, जबकि अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक
इसने 24.974 मीलियन टन (केडीएस -4.91 मीलियन टन, एचडीसी -20.064 मीलियन टन) कार्गो रखरखाव किया था। इस प्रकार 15.41 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल 2022 से जनवरी 2023 के दौरान, 1221 रेक प्राप्त हुए और 1249 को केडीएस पर भेजा गया; एचडीसी पर, इसी अवधि के दौरान 5293 रेक प्राप्त हुए और 5300 रेक भेजे गए।
श्री हरनाद ने इस बात पर जोर दिया कि यातायात में इस वृद्धि और एसएमपी कोलकाता को इस उपलब्धि को हासिल कराने के लिए जिन प्रमुख वस्तुओं का योगदान रहा है उनमें एलपीजी, वनस्पति तेल, अन्य तरल, मैंगनीज अयस्क, लोहा और इस्पात, दालें/प्रीस, कोकिंग कोयला और कंटेनर आदि कोलकाता डॉक सिस्टम (केडीएस) शामिल हैं जबकि हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स (एचडीसी) में पीओएल (क्रूड), एलपीजी, अन्य अयस्क, कोकिंग कोल, नॉन कोकिंग कोल, फ्लाई ऐश और लाइम स्टोन आदि शामिल हैं।
श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोलकाता के अध्यक्ष श्री पी. एल. हरनाद ने कहा कि यह सफलता विविध कार्गो की वृद्धि, नए और अतिरिक्त कार्गो के आगमन के साथ-साथ बेहतर और उन्नत सुविधाओं, सस्ते और ग्राहक के अनुकूल शुल्क और बंदरगाह के कर्मचारियों के सभी प्रयासों जैसे बहुआयामी उपयोगकर्ता-अनुकूल उपायों के कारण हासिल की गई है। एसएमपी कोलकाता द्वारा 2022-23 के अंत तक 65 मिलियन टन से अधिक कार्गो संभालने की उम्मीद है, जबकि 2021-22 के दौरान यहां 58.175 मिलियन टन कार्गो का संचालन किया गया था।