देहरादून: एयर कूलरों का उत्पादन करने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी, सिम्फनी लिमिटेड ने दिल को छू लेने वाला प्रचार अभियान श्मन ठंडा तन ताजा रहे’ शुरू किया है। यह ब्रांड ने इस ब्रांड फिल्म के जरिए इस अभियान को शुरू किया है जो कि यह बताती है कि ताजा और ठंडी हवा लोगों की जिंदगी में एक नया नजरिया ला सकती है। अप्रैल की गर्मी की शुरुआत के साथ, इस विज्ञापन के लिए भारत के लोगों का ध्यान आकर्षित करने का बिल्कुल सही समय है। इसे मराठी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम, उड़िया, बंगाली जैसी कई भाषाओं में डब किया गया है। इस 360-डिग्री वाले प्रचार अभियान का टेलीविजन, डिजिटल, रेडियो, और अन्य माध्यमों में विज्ञापित किया जायेगा।
यह विज्ञापन एक महिला की कहानी पर आधारित है जो अपने जन्मदिन पर अपने घर आती है और तुरंत ताजी हवा के साथ उसका स्वागत किया जाता है। जब वह अपने घर के अंदर जाती है, वह तोहफों को चारों ओर बिखरा हुआ पाती है, जो उसका पति लेकर आया है क्योंकि हर कमरे को उपहारों से सजाया गया है। बेडरूम में जब उसका पति उसे बधाई देते हुए मजाक में उन कागजातों के बारे में पूछता है जो उसने अपने हाथों में पकड़े हुए हैं और वह महिला कहती है कि ये तलाक के कागजात हैं इस बात को वह हँसी में उड़ा देता है। लेकिन उसने कागजों को कचरे में फेंकते हुए देखा जाता है, क्योंकि वह अपने पति की कोशिशों को स्वीकार करती है और उसे तलाक को भूलने का एक बहाना मिल जाता है, जब उसका दिमाग ठंडा हो जाता है तो उसे एक नया नजरिया मिल जाता हैय तभी एक संदेश में कहा जाता है कि ताजी हवा हमारी जिंदगी में एक नया अध्याय लाती है।
इस साल एयर कूलर एक जरूरत बन गए हैं क्योंकि भारत में तापमान बढ़ गया है और गर्मियों का मौसम जल्दी आ गया है। सिम्फनी घरेलू से लेकर व्यावसायिक और औद्योगिक कूलर जैसे एयर कूलरों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करती है। ये उत्पाद पोर्टेबल, टिकाऊ और बहुत ही किफायती होते हैं। रु. 5,299 से शुरू होने वाली इस प्रचार अभियान के बारे में बताते हुए, श्री राजेश मिश्रा, अध्यक्ष – सेल्स और मार्केटिंग, सिम्फनी ने कहा, ’दुनिया की एक प्रमुख एयर कूलर कंपनी के रूप में, सिम्फनी बड़ी, बेहतर योजनाओं के साथ बाजार में आने के लिए तैयार हैय और प्यार को बचाने की एक कहानी से बेहतर और क्या हो सकता है?
श्मन ठंडा तन ताजा रहे’ के जरिये हम दर्शकों को ये याद दिलाना चाहते हैं कि भले ही वक्त और परिस्थितियाँ कितना भी कठिन क्यों न हो, खुद को शांत और तरोताजा रखना बेहद महत्त्वपूर्ण होता है।”