कप्तान विराट कोहली (54 गेंद82 रन) और मनीष पांडे (नाबाद 51 रन) की धमाकेदार अर्द्धशतकीय पारी की दम पर भारत ने आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए एक मात्र टी-20 मैच में मेजबान श्रीलंका को सात विकेट से हरा दिया। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 171 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे मेहमान टीम ने चार गेंद शेष रहते हुए तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के साथ भारत ने श्रीलंका दौरे पर सभी 9 मुकाबले जीतने का नया रिकॉर्ड बनाया।
171 रन के लक्ष्य को हासिल करने उतरी भारतीय टीम ने शुरुआत काफी तेज की लेकिन तीसरे ओवर में सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा(9) लसित मलिंगा की गेंद को ऊंचा खेल गए। रोहित के जाने के बाद कप्तान कोहली ने मैदान पर कदम रखा और उनके आने के साथ ही श्रीलंका की सभी उम्मीदें मैदान से बाहर चली गई। कोहली ने श्रीलंका के हर गेंदबाज की खबर ली और सात चौके और 1 छक्के की मदद से महज 54 गेंद पर 82 रन की पारी खेली। पावरप्ले खत्म होते होते भारत को लोकेश राहुल (24) के रूप में दूसरा झटका लगा।
राहुल के बाद कोहली का साथ देने आए इन फॉर्म बल्लेबाज मनीष पांडे। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 119 रनों की साझेदारी कर टीम को आसान जीत दिला दी। भारत ने इस तरह से वर्तमान दौरे में अपने सभी मैच जीते। उसने टेस्ट सीरीज में 3-0 और वनडे सीरीज में 5-0 से क्लीन स्वीप किया था। इस तरह से उसने इस दौरे में 9-0 से श्रीलंका का सूपड़ा साफ किया। भारत पहली मेहमान टीम है जिसने किसी विदेशी दौरे के तीनों प्रारूपों में सभी मैच जीते।
श्रीलंका ने बनाए 170 रन
इससे पहले दिलशान मुनावीरा (53) की तेज तर्रार पारी और अंत में अशन प्रियंजन के अहम 40 रनों की बदौलत श्रीलंका ने भारत के सामने निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 170 रन बनाए।
टॉस हारने के बाद श्रीलंका की शुरुआत भी खराब रही। टीम को मुनावीरा ने संभाला और दूसरे छोर से गिरते विकटों के बीच लगातार तेजी से रन बटोरे। अंत में प्रियंजन ने उदाना के साथ मिलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया।
पहले ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने सिर्फ चार रन दिए थे। लेकिन, दूसरे ओवर में निरोशन डिकवेला (14) ने जसप्रीत बुमारह पर तीन चौकों की मदद से 15 रन बटोर टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की। हालांकि अगले ही ओवर में भुवनेश्वर ने कप्तान उपुल थरंगा (4) को बोल्ड कर श्रीलंका को पहला झटका दिया।
थरंगा की जगह आए मुनावीरा ने आते ही दो चौके जड़े। इसी बीच भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को गेंद थमाई और दिलशान ने उनका स्वागत दो शानदार छक्कों से किया।
अगले ओवर में कोहली, बुमराह को वापस लेकर और उन्होंने डिकवेला को 46 के कुल स्कोर पर बोल्ड कर श्रीलंका के स्कोर बोर्ड को थामने की कोशिश की। लेकिन, मुनावीरा ने बड़े शॉट्स खेलना जारी रखा।
दूसरे छोर पर उन्हें साथ नहीं मिला। चहल की गेंद पर एंजेलो मैथ्यूज (7) चूके और महेंद्र सिंह धोनी ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं। वह 62 के कुल स्कोर पर आउट हुए। हालांकि मुनावीरा टिके हुए थे और लगातार बड़े शॉट खेले जा रहे थे। उन्होंने इसी बीच अपने 50 रन पूरे कर लिए, लेकिन इसके बाद वह ज्यादा देर टिक नहीं सके।
मेजबान टीम का स्कोर सैकड़े से एक रन की दूरी पर था तभी चाइनामैन कुलदीप यादव ने मुनावीरा की पारी का अंत किया। उन्होंने 29 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और चार छक्के लगाए।
यहां से श्रीलंकाई बल्लेबाज बड़े शॉट खेलने के प्रयास में लगातार विकेट खोते रहे। भारत ने रन गति पर भी अंकुश लगा दिया था। अंत में सिर्फ प्रियंजन लड़ते रहे लेकिन डेथ ओवरों के दो बेहतरीन गेंदबाजों बुमराह और भुवनेश्वर की सटीक गेंदबाजी के आगे उनका बल्ला ज्यादा कुछ कर नहीं पा रहा था।
लेकिन, अंत के दो ओवरों में प्रियंजन और उदाना की जोड़ी 26 रन जोड़ने में सफल रही।
भारत की तरफ से युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लिए। कुलदीप यादव को दो सफलताएं मिलीं। भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह को एक-एक विकेट मिला।