मीरपुरः जीत के रथ पर सवार भारतीय क्रिकेट टीम एशिया कप टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट में रविवार को फाइनल में बांग्लादेश से
भिड़ेगी। भारतीय टीम का पलड़ा भारी है। क्योंकि भारतीय टीम इस सीरीज में अभी तक एक भी मैच न हारकर अजेय है।
इस खिताबी मुकाबले में रोचक संघर्ष देखने को मिलेग, चाहे तामिम इकबाल की आक्रामक बल्लेबाजी का सामना जसप्रीत बुमरा की तेज गेंदबाजी से हो या युवा सौम्य सरकार की टक्कर आशीष नेहरा के अनुभव से हो, दर्शकों को रोमांच की पूरी सौगात मिलेगी। रविचंद्रन अश्विन बनाम शब्बीर रहमान और रोहित शर्मा बनाम तसकीन अहमद की टक्कर भी देखने लायक होगी।
भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी चाहेंगे कि टीम एशिया कप जीतकर टी20 विश्व कप की तैयारी पुख्ता करे। बांग्लादेश के कप्तान मशरेफ मुर्तजा की नजरें अभी टी20 विश्व कप पर नहीं है, क्योंकि उन्हें धर्मशाला में होने वाले क्वालीफाइंग दौर में नीदरलैंड और आयरलैंड से खेलना है।
25 हजार दर्शकों के सामने होने वाले मुकाबले में धोनी एंड कंपनी की राह आसान नहीं होगी क्योंकि मेजबान को जबर्दस्त समर्थन हासिल होगा। धोनी, युवराज और विराट कोहली को बड़े फाइनल खेलने की आदत है लेकिन मशरेफ, शाकिब अल हसन, शब्बीर रहमान को खिताबी जीत का अनुभव नहीं मिला है।
दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन भारतीय टीम काफी संतुलित नजर आ रही है। पिछले 10 में से नौ मैच जीत चुकी भारतीय टीम एडीलेड में आस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद से शानदार फार्म में है। यह 11वां मैच हालांकि कठिन होगा क्योंकि बांग्लादेशी सरजमीं पर खेला जा रहा है।
रोहित शर्मा और शिखर धवन पारी का आगाज करेंगे। रोहित ने अभी तक सर्वाधिक 137 रन बनाए हैं। धवन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं। कोहली ने दो मैचों में मैच विनर की भूमिका निभाई और फाइनल में वह लय कायम रखना चाहेंगे।
पिच में ज्यादा उछाल नहीं होने पर सुरेश रैना बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। युवराज श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ अच्छी पारियां खेलकर फार्म में लौटे हैं। विकेट धीमा होने पर उनकी बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी उपयोगी साबित होगी।
पंड्या ने बांग्लादेश के खिलाफ आक्रामक पारी खेली और एक बार फिर उनसे उम्दा प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दूसरी ओर बांग्लादेशी टीम उसी एकादश को उतार सकती है जिसने पाकिस्तान को हराया था। मुस्तफिजुर की गैर मौजूदगीमें दो स्पिनरों को उतारा जा सकता है।