लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा 26 जनवरी, 2023 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर झांकी परेड में झांकी प्रदर्शित की गयी। इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान की झांकी को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ। झांकी में विश्व गुरु भारत, कोरोना महामारी में योग एवं आयुर्वेद की महत्ता विषय पर झांकी प्रदर्शित की गयी। झांकी का मुख्य उद्देश्य ‘‘सर्वे भवन्तु सुखिनाः सर्वे सन्तु निरामयाः’’ रखा गया। जिसका अर्थ है सभी सुखी होवें, सभी रोगमुक्त रहें।
यह जानकारी देते हुए निदेशक उ0प्र0 संस्कृत संस्थान श्री विनय श्रीवास्तव ने बताया कि झांकी में भारतीय आयुर्वेद पद्धति और भारतीय टीकों के माध्यम से कोरोना महामारी को परास्त करते हुए दिखाया गया है। झांकी के अग्र भाग में संस्थान के नवनिर्मित भवन को दिखाया गया है। झांकी के पैनल पर संस्थान द्वारा चलायी जा रही विभिन्न महत्वपूर्ण योजनाओं को दर्शाया गया है, जिसमें आओ संस्कृत सीखें, आओ योग सीखें, आओ पौरोहित्य सीखें शीर्षक के अन्तर्गत सरल संस्कृत संभाषण, योग और पौरोहित्य प्रशिक्षण को प्रदर्शित किया गया है। इसी प्रकार पैनल पर संस्थान द्वारा संस्कृत छात्र-छात्राओं को कम्प्यूटर संचालन का ज्ञान दिया जा रहा है। इसी प्रकार पैनल पर संस्थान द्वारा संस्कृत विषय रखकर सिविल सेवा की कोचिंग ले रहे छात्रों को प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही पैनल पर संस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तकों को भी प्रदर्शित किया गया है।