लखनऊ: केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज किसानों से अपील की कि वो केन्द्र सरकार द्वारा चलायी जा रही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
तथा दूसरी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आगे आयें। माननीय गृहमंत्री आज लखनऊ के भारतीय गन्ना अनुसंधान केन्द्र में हो रहे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जागरुकता कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे।
राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसी योजना पूरे विश्व में किसी देश में नहीं है जिसमें खड़ी और पड़ी फसल दोनों का ही बीमा होता हो। किसान का खेत खाली रह जाने पर भी उसे बीमा की रकम मिलेगी जिसका प्रीमियम उसे बेहद कम अदा करना पड़ेगा। रबी की फसल के लिए ये रकम सिर्फ 1.5 फीसदी होगी जबकि खरीफ के लिए महज दो फीसदी, शेष रकम सरकार वहन करेगी।
इस अवसर पर मौजूद किसानों की भीड़ को संबोधित करते हुए माननीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मिशन है कि 2022 तक देश के हर किसान की आमदनी दो गुनी हो जाए। इसीलिए प्रधानमंत्री खासतौर पर किसानो से जुड़ी योजनाओं की हर महीने समीक्षा करते हैं। अब तक सिर्फ 2015 में ही 1 करोड़ किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया गया है जो कि 2017 तक 9 करोड़ लोगों को देने की योजना है। इसके साथ ही देश भर में 300 गावों को भी स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट विलेज बनाने का प्रस्ताव है। किसानों के लिए सिंचाई की आवश्यकता के बारे में बताते हुए गृहमंत्री ने कहा कि 5300 करोड़ का बजट सिर्फ प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए है तथा वर्ष 2016 के खत्म होने तक 100 जिलो में सिंचाई की योजना तैयार कर ली जाएगी। यही नहीं नदियों को जोड़ने की योजना भी मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में तेजी से रूप ले रही है।
इस अवसर पर माननीय गृहमंत्री ने स्थानीय किसानों श्री रमेश वर्मा, सितारा देवी, रामचंद्र यादव औऱ कमला देवी को पं. दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय कृषक सम्मान प्रदान किया। इस मौके पर बोलते हुए मोहनलालगंज से बीजेपी सांसद कौशल किशोर ने देसी बीजों के इस्तेमाल पर बल दिया। कार्यक्रम में गन्ना अनुसंधान केन्द्र के निदेशक एडी पाठक, कृषि अनुप्रयोग अनुसंधान केन्द्र के निदेशक एसएन सिंह सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद थे।