लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की नीति कोरोना संक्रमण की रोकथाम में अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। प्रदेश में कोविड संक्रमण के मामलों में तेजी से कमी आ रही है। रिकवरी दर में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां वर्चुअल माध्यम से एक उच्च स्तरीय बैठक प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 8,737 मामले प्रकाश में हैं। इसी अवधि में 21,108 कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को उपचार के पश्चात डिस्चार्ज किया गया है। प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 1,36,342 है। प्रदेश में 30 अप्रैल, 2021 को दर्ज किए गए कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक एक्टिव मामलों 3,10,783 में 1,74,000 से भी अधिक की कमी आई है। यह कमी लगभग 56 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर में निरन्तर वृद्धि हो रही है। वर्तमान में यह दर बढ़कर 90.6 प्रतिशत हो गई है। विगत 24 घण्टों में राज्य में 2,79,581 टेस्ट सम्पन्न किए गए हैं। प्रदेश में अब तक 4.52 करोड़ से अधिक कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए निगरानी समितियों द्वारा स्क्रीनिंग का वृहद अभियान संचालित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए की निगरानी समितियों द्वारा प्रत्येक लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्ति को मेडिकल किट उपलब्ध करा दी जाए। लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध संक्रमित व्यक्तियों के एण्टीजन टेस्ट हेतु गठित रैपिड रिस्पाॅन्स टीम द्वारा 24 घण्टे के अन्दर सम्बन्धित व्यक्तियों का एण्टीजन टेस्ट किया जाए। मेडिकल किट के वितरण अथवा आर0आर0टी0 के माध्यम से एण्टीजन टेस्ट की कार्रवाई में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की पोस्ट कोविड अवस्था में भी बेहतर उपचार उपलब्ध कराए जाने की आवश्यकता है। इसके लिए सभी जनपदों में पोस्ट कोविड-19 वाॅर्ड बनाए जाए। इन वाॅर्डों में दवा, भोजन, साफ-सफाई के समुचित प्रबन्ध किये जाएं। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड अवस्था में कतिपय रोगियों में ब्लैक फंगस का संक्रमण देखने में आ रहा है। ब्लैक फंगस से प्रभावित व्यक्तियों के उपचार की पूरी व्यवस्था की जाए। इस संक्रमण से प्रभावित सभी मरीजों को ब्लैक फंगस की दवा तत्काल उपलब्ध कराई जाए। सभी जनपदों में ब्लैक फंगस की दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। ऐसे जनपदों जहां से ब्लैक फंगस के रोगियों की सूचना प्राप्त हुई है वहां पर प्राथमिकता पर दवा उपलब्ध कराई जाए। ब्लैक फंगस के उपचार की दवा के सम्बन्ध में भारत सरकार को पत्र भेजकर आवंटन बढ़ाने का अनुरोध किया जाए। अनुरोध पत्र भेजते समय प्रदेश की आबादी तथा मरीजों की संख्या का ध्यान रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए राज्य में बेड की संख्या निरन्तर बढ़ाई जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि कोविड बेड की संख्या में निरंतर वृद्धि की जा रही है। विगत दिवस में विभिन्न अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में 200 से अधिक बेड की वृद्धि की गई है। उन्होंने सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड का पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) स्थापित किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें 50 बेड आई0सी0यू0 तथा 50 बेड ऑक्सीजन से युक्त होने चाहिए। प्रत्येक जनपद में भी 25 बेड का पीकू स्थापित किए जाएं। उन्होंने पीकू की स्थापना की कार्यवाही को युद्ध स्तर पर आगे बढ़ाने के निर्देश भी दिए। सभी अस्पतालों एवं मेडिकल कॉलेजों में मानव संसाधन की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए संचालित भर्ती की कार्रवाई को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाएं। मेडिकल कॉलेजों के प्रधानाचार्य तथा जनपदों में जिला अधिकारी के स्तर की कमेटी द्वारा भर्ती की कार्रवाई त्वरित गति से की जाए। भर्ती के सम्बन्ध में शासन स्तर पर कोई भी प्रकरण लम्बित नहीं रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन की कार्रवाई प्रभावी ढंग से संचालित की जा रही है। वैक्सीनेशन के कार्य को और व्यापक पैमाने पर किए जाने के आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को भारत सरकार द्वारा निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। इस आयु वर्ग में वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीनेशन के कार्य को त्वरित और प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग, नगर विकास विभाग तथा आई0टी0 एवं इलेक्ट्राॅनिक्स विभाग द्वारा कॉमन सर्विस सेण्टर को क्रियाशील किया जाए। सभी सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर की व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। एक सप्ताह में सभी स्वास्थ्य केन्द्रों की साफ-सफाई, रंगाई-पुताई, उपकरणों की मरम्मत आदि सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की कार्यवाही व्यवस्थित, निर्बाध और प्रभावी ढंग से संचालित की जाए। जीरो वेस्टेज को ध्यान में रखकर कोविड वैक्सीनेशन कार्यवाही का संचालन किया जाए। 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों के वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीन के प्रोक्योरमेंट कार्य को शीघ्रता से पूरा किया जाए। वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता हेतु ग्लोबल टेण्डर का सतत अनुश्रवण किया जाए। वैक्सीन को वैक्सीनेशन सेण्टर तक पहुंचाने के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था कर ली जाए। साथ ही, वैक्सीनेशन के कार्य में लगने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, यथा स्टाफ नर्स, ए0एन0एम0 आदि का अभी से प्रशिक्षण करा कर पूरी तैयारी कर ली जाए। मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 1.52 करोड़ से अधिक वैक्सीन डोज लगा दी गयी हंै। कल 17 मई, 2021 से 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के लोगों के कोरोना वैक्सीनेशन कार्य को 18 जनपदों से बढ़ाकर 23 जनपदों में किया जा रहा है। अब तक इस आयु वर्ग के 5.27 लाख से अधिक लोगों का वैक्सिनेशन हो चुका है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि मरीजों से निर्धारित दर से अधिक धनराशि लेने वाले निजी अस्पतालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में ऑक्सीजन की पर्याप्त बैकअप के साथ उपलब्धता सुनिश्चित रहे। होम आइसोलेशन के मरीजों को भी सहजता से ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहे। सभी अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता रहे। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कितने ऑक्सीजन प्लाण्ट स्वीकृत किए गए हैं और किन संस्थाओं या संगठनों यथा पी0एम0 केयर्स फण्ड, एस0डी0आर0एफ0, स्वास्थ्य विभाग चिकित्सा शिक्षा विभाग अथवा सी0एस0आर0 द्वारा इन ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना कराई जा रही है, इसकी सूची बनाकर प्रस्तुत की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने सभी शिक्षण संस्थाओं में 20 मई, 2021 से आॅनलाइन क्लास का संचालन प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग की कार्यवाही सुचारु ढंग से जारी रखी जाए। सभी जनपदों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमंद लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराया जाए। डोर स्टेप डिलीवरी व्यवस्था को सुदृढ़ रखा जाए, जिससे आम जनता को आवश्यक सामग्री की सुचारु आपूर्ति होती रहे।