देहरादून: प्रदेश के कृषि, उद्यान, कृषि शिक्षा, रेशम विकास, सैनिक कल्याण, चिकित्सा शिक्षा एवं पर्वतीय ग्रामों में चकबंदी मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने
आज विधान सभा स्थित कार्यालय कक्ष में कृषि एवं उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक ली। बैठक में वित्त विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया। मंत्री ने हार्टीकल्चर विभाग के अधिकारियों को कहा कि 09 मार्च से पहले विभाग का ढांचा तैयार कर शीघ्र ही कार्मिक और वित्त विभाग से सहमति प्राप्त करें।
उन्होंने कहा कि राज्य विभाजन के पंद्रह साल बाद भी उत्तर प्रदेश के नियमों के हिसाब से ही विभाग चल रहा है। मंत्री ने कृषि एवं उद्यान विभागों में प्रमोशन के लम्बित मामलों को फास्ट ट्रेक मोड़ पर निस्तारण सम्बंधितांे को इसके लाभ दिये जाने के भी निर्देश दिये।
श्री रावत ने भरसार एवं रानीचैर में पशु महाविद्यालय के प्रस्ताव के लिए वित्त विभाग के अधिकारियों से चर्चा की, जिसके लिए पहले चरण की किस्त महाविद्यालय के लिए जारी कि जाने की बात कही। उक्त महाविद्यालय प्रथम चरण में वेटनरी फामार्सिस्ट के रूप शुरू किया जायेगा।
कृषि मंत्री ने चाय बोर्ड के श्रमिकों के वेतन की समस्या का समाधान त्वरित गति से किये जाने के लिए बोर्ड व वित्त विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने हाॅर्टिकल्चर विभाग से किसानों को उच्च गुणवत्ता युक्त बीज उपलब्ध कराने की प्रकिया में लेटलतीफी पर नाराजगी व्यक्त की और सुस्त टेण्डर प्रक्रिया की जगह समय पर टेण्डर कर किसानों को समय पर बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में सचिव उद्यान डाॅ. रणवीर सिंह, कुलपति भरसार विश्वविद्यालय प्रो. मैथ्यू प्रसाद, निदेशक उद्यान वी.एस.नेगी एवं अपर सचिव वित्त अभिषेक सैनी आदि अधिकारी मौजूद थे।