देहरादून: स्वास्थ्य विभाग को दुरूस्त बनाये रखने के लिए स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने विभाग के सचिव, प्रमुख सचिव स्तर के विभागीय अधिकारियों की बैठक
बुलायी। प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाऐं दिये जाने के लिए राज्य में चल रही सभी योजनाओं का लाभ जनता को दिये जाने को कहा। श्री नेगी ने नये वर्ष से चिकित्सालयों में मुफ्त होने वाली जांचो के बारे में अधिकारियों से जानकारी लीं। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि योजना की शुरूआत में एम.आर.आई. व सीटी स्कैन और एक्स-रे की जांच को छोड़ कर सभी पैथेलाॅजिकल जांचो को मिलाकर कुल 36 जांचे और जेनरिक दवाईयां मुफ्त दी जायेंगी। श्री नेगी ने कहा कि राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचे, इसके लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्हांने कहा कि प्रदेश की जनता जानकारी के अभाव में इन योजनाओं का लाभ नहीं उठा पा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित किये जाने वाले स्वास्थ्य कैम्पो की सुविधा जनता को मिले इसके लिए मंत्री ने टीमें बनाकर गढ़वाल और कुमांऊ मंडल के ब्लाकों में एम्बुलैंस सेवा और कैम्प योजना का सुझाव दिया।
दिसम्बर माह में तमिलनाडू व उडि़सा राज्यों से साक्षात्कार प्रक्रिया के माध्यम से की जाने वाली भर्ती प्रक्रिया पर भी मंत्री ने चर्चा की। चिकित्सा उपकेंद्रो में संविदा पर फार्मसिस्टों के पदों के सृजन किये जाने तथा जिलों में स्थानान्तरित चिकित्सकों के कार्यभार ग्रहण न किये जाने पर ऐसे चिकित्सकों की सेवा समाप्ती कर नयी भर्तियां किये जाने की भी बात कही। स्वास्थ्य मंत्री ने चिकित्सकों की कमी से आम जन को परेशान न होना पड़े इसके लिए आयोग से चयन के बाद आने वाले चिकित्सा सेवा के अधिकारियों को इच्छित स्थानों पर ही नियुक्त कर दिये जाने पर अपनी सहमति दी। ताकि चिकित्सकों का उपलब्ध न होना इलाज में बाधा न बन सके। साथ ही ए.एन.एम. की भर्ती भी सी.एम.ओ. स्तर से कर लिये जाने की बात कही। स्वास्थ्य मंत्री ने पी.पी.पी. मोड पर चल रही सेवाओं मंे भुगतान में देरी की बात पर भी विभागीय अधिकारियों से चर्चा की और भुगतान समय से किये जाने को कहा साथ ही पी.पी.पी. मोड पर चल रही 13 एम्बुलेंस हेतु टेण्डर प्रक्रिया अभी पूरी किये जाने को कहा क्योंकि आगामी फरवरी माह में टेण्डर की अवधि समाप्त हो रही है। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर, नवम्बर तक के भुगतान किये जा चुके हैं। जिनको भुगतान नहीं हुए हैं, उसमें संस्थान द्वारा ही बीजक देर से दिये जाने के कारण देरी हुई है। स्वास्थ्य मंत्री ने चंपावत में शीघ्र ही एक ब्लड बैंक शुरू किये जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये।