देहरादून: सभी अधिकारी अपने स्टेशन पर ही रहें। बिना अनुमति के तैनाती स्थल से बाहर न जाएं। अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर किसी को अवकाश नहीं दिया जाएगा। यह निर्देश मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह ने जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान दिए। मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों से मानसून की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही जिलों में खाद्यान्न की उपलब्धता, बिजली, पानी आपूर्ति, मार्गों की स्थिति, कनेक्टिविटी आदि वर्तमान स्थिति को जाना।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि उपलब्ध कराए गए सेटेलाइट फोन और वॉयरलेस सेट सुदूर तहसीलों में भेज दें। एहतियात के तौर पर सभी जिलों में वैली ब्रिज, ट्राली उपलब्ध करा दें। जिला आपदा केंद्र 24 घंटे संचालित होना चाहिए। मुख्य सचिव ने जोर देकर कहा कि आपदा की स्थिति में रिस्पांस टाइम कम से कम करना है। सभी संबंधित विभागों को तुरंत आपदा से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। डीएम पिथौरागढ़ ने बताया कि उनके जिले में 8 पुल बह गए हैं। निर्देश दिए गए कि फौरी तौर पर आवागमन सुचारू करने के लिए 4 फोल्डिंग ब्रिज, 2 ट्राली और 2 लकड़ी के पुल तुरंत बनाये जायं। बिजली, पानी आपूर्ति तुरंत दुरुस्त किया जाय। लोक निर्माण विभाग के पास उपलब्ध 438 जेसीबी आपदा संभावित स्थानों पर तैनात करें। जहां दूरसंचार की कनेक्टिविटी नही है वहां सेटेलाइट फोन, एसएसबी, आईटीबीपी, वन विभाग, पुलिस के वायरलेस सेट का इस्तेमाल करें।
अपर मुख्य सचिव श्री ओमप्रकाश ने बताया कि पिथौरागढ़ में सड़क और पुल निर्माण में तेजी लाने के लिए एक अतिरिक्त अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता की तैनाती पिथौरागढ़ में कर दी गई है। मार्ग से कटे हुए गांव के लिए दो हेलीकाप्टर लगाए जा रहे हैं। स्टेट प्लेन से राहत सामग्री और बचाव उपकरण भेजे जा रहे हैं।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रमुख सचिव श्री आनंद बर्धन, सचिव आपदा प्रबंधन श्री अमित नेगी, सचिव पेयजल श्री अरविंद सिंह ह्यांकी, सचिव सूचना डॉ.पंकज कुमार पांडेय, आयुक्त गढ़वाल श्री शैलेश बगोली, आईजी एसडीआरएफ श्री संजय गुंज्याल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।