देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में प्राईवेट वार्ड का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एम्स, ऋषिकेश ने काफी तेजी से विकास किया है। आज यहां अत्याधुनिक मशीनों के माध्यम से ईलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मरीजों के साथ चिकित्सक का व्यवहार मधुर एवं शालीन होना चाहिए। इसके साथ ही चिकित्सकों को एडवांस कोर्स कराये जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के विकास के लिए लगातार प्रयास कर रही है। दूरस्थ क्षेत्रों में चिकित्सकों की तैनाती की गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु हैली सेवा भी प्रदान की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिकेश में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर बनाने पर विचार कर रही है। इसके लिए आई.डी.पी.एल. की 900 एकड़ भूमि का राज्य सरकार को हंस्तांतरण होना है। उन्होंने कहा कि आई.डी.पी.एल. की भूमि हस्तांतरण के पश्चात 200 एकड़ जमीन एम्स को प्रदान की जाएगी ताकि एम्स में अन्य चिकित्सीय सुविधाओं का विकास किया जा सके। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आई.डी.पी.एल. से एम्स तक सड़क मार्ग को फोर लेन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार मरीजों के साथ आए तीमारदारों के रहने हेतु 500 बैड का रैन बसेरा बनाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि एम्स ने देश-दुनिया में अपनी पहचान बनायी है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए अभी और विकास किया जाना है।
निदेशक एम्स, ऋषिकेश डाॅ. रवि कान्त ने बताया कि एम्स में कैंसर ट्रीटमेंट के लिये रेडियोथैरेपी की व्यवस्था है। साथ ही दैनिक औसतन 550 की ओ.पी.डी. है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में वर्तमान में 800 वर्किंग बैड की क्षमता और 11 आॅपरेशन थिएटर हैं।