देहरादून: शहर में डेंगू की रोकथाम के लिए जिलाधिकारी रविनाथ रमन की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में स्वास्थ्य विभाग नगर निगम एवं जल संस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक आहुत की गई तथा शहर में चिन्हित किये गये डेंगू रोगियों के सम्बन्ध में मुख्य चिकित्साधिकारी से जानकारी प्राप्त की गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. वाई.एस. थपलियाल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि दून चिकित्सालय द्वारा 3032 रोगियों के ब्लैड के सैम्पल लिये गये है जिसमें 241 लोगों में डेंगू के लक्षणों की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि डेंगू के रोगियों के लिए दून चिकित्सालय में उचित व्यवस्था की जाए तथा रोगियों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो तथा जिन-2 क्षेत्रों में डेंगू के रोगी चिन्हित किये गये हैं उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य टीम भेजकर नियमित भ्रमण करवाकर लोगों का परीक्षण करवाया जाए। उन्होने स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम को निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में डेंगू के लक्षण पाये जा रहे तथा शहर के सभी मलिन बस्तियों में फागिंग करने के निर्देश दिये ताकि डेंगू का लारवा समाप्त हो जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि नगर क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था तथा नालियों की सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि कंही पानी इकठ्ठा न होने पाये। जिलाधिकारी द्वारा जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जनपद में संचालित हो रहे पानी की निकासी निरन्तर करते हुए तथा कई दिनों तक पानी इकठ्ठा न रहने पाये। उन्होने शहर में लिकेज हो रही लाईनों को तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिये ताकि कंही पानी इकठ्ठा न हो पाये, उन्होने कहा कि अधिकारी यह निर्देश उनके अधिनस्थों को भी जारी कर दें।
बैठक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम कैलाश गुंज्याल ने जिलाधिकारी को अवगत कराया है कि नगर निगम द्वारा क्षेत्रों में निरन्तर फागिंग की जा रही है किन्तु इसमें स्मैल (गन्ध) न आने के कारण लोंगों को ऐसा प्रतीत हो रहा है कि नगर निगम द्वारा फागिंग नही की जा रही जबकि वर्तमान समय में नई तकनीक की नई दवा साईफैलोथ्रिन आई है जिसकी गन्ध नही आती है तथा डेंगू के मच्छरों के लावा को खत्म करने में कारगर साबित हो रही है। जिसका क्षेत्रों मे निरन्तर छिड़काव किया जा रहा है।