प्रदेश के पेयजल मंत्री बिशन सिंह चुफाल की अध्यक्षता में उनके विधानसभा कार्यालय में जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।
मा0 मंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में जितने भी पेयजल योजना से सम्बन्धित कार्य होने है उन सभी की सितम्बर माह तक पूरी डीपीआर बना लें ताकि उन पर शीध्रता से कार्य प्रांरभ किया जा सके।
उन्होने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि भारत सरकार के स्तर से जो योजनाएॅं स्वीकृत होकर आ जाती है शासन से उन योजनाओं की अग्रिम प्रक्रिया में देरी न की जाय बल्कि शीध्रता से उनके टैण्डर इत्यादि शुरू कर दिये जाय। इसके अतिरिक्त मा0 मंत्री ने निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कनेक्शन में जहॉ पर उपभोक्ताओं को अभी तक 55 लीटर पेयजल उपलब्ध नही हो पा रहा है वहॉ पर उनसे बिल न लिये जाय। उपभोक्ताओं से बिलिंग केवल उस दशा में लिया जाय जब उनको 55 लीटर या उससे अधिक पेयजल उपलब्ध हो रहा हो।
उन्होने ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल के कुल स्त्रोत, जिन पेयजल स्त्रोतों से पेयजल की सप्लाई हो पा रही है तथा ऐसे जल स्त्रोत जो सूख चुके है उन सभी का विवरण प्रस्तुत करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिये।
इस दौरान बैठक में सचिव नितेश झा, अपर सचिव नितिन भदौरियॉ, मेहरबान सिंह बिष्ट, उदयराज सिंह, जल सस्थान से एस. के शर्मा, पेयजल निगम से एस. सी. पन्त सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।