देहरादून: मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में कुम्भ मेला 2021 हेतु गठित एम्पावर्ड कमिटी की बैठक सम्पन्न हुयी। बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कुम्भ मेला हेतु स्वीकृत कार्यां एवं नए प्रस्तावित कार्यों की समीक्षा की।
प्रत्येक 15 दिन में बैठक आयोजित की जाएः मुख्य सचिव
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कुम्भ मेला 2021 के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए सभी तैयारियाँ समय से पूर्ण कर ली जाएं। कार्यां की प्रगति की समीक्षा हेतु प्रत्येक 15 दिन में बैठक आयोजित की जाए। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान मुख्य दिवसों पर श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या के अनुसार व्यवस्थाओं का प्लान तैयार किया जाए।
सौन्दर्यीकरण का रखा जाए विशेष ध्यान
मुख्य सचिव ने कहा कि वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रैल माह तक आयोजित होने वाले कुम्भ मेले में पिछले कुम्भ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना को देखते हुए, सभी प्रकार की तैयारियों समय से पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने कुम्भ क्षेत्र के सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने की बात कही। कुम्भ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा के लिए अवस्थापना सम्बन्धी स्थायी प्रकृति के सड़क, घाटों का निर्माण आदि कार्यों को प्राथमिकता दी जाए। पेयजल व विद्युत आपूर्ति, कानून व शांति व्यवस्था, यातायात व्यवस्था, पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने, मेला क्षेत्र को साफ-स्वच्छ रखने के लिए कूड़ा निस्तारण का सुव्यवस्थित प्रबंध, धार्मिक संस्थाओं व श्रद्धालुओं के आवास के लिए अस्थाई कैम्पिंग स्थलों का विकास करने, पार्किंग स्थलों को विकसित कराने आदि कार्यों की भी शीघ्र कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
शीघ्र शासनादेश जारी किए जाएं
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि जिन विभागों द्वारा विभिन्न निर्माण कार्यों हेतु शासनादेश जारी होने हैं, वे शीघ्र शासनादेश जारी करें। जनपद हरिद्वार में गंगनहर कांवड़ पटरी मार्ग के चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण के कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थायी प्रकृति के कार्यां पर विशेष ध्यान दिए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि नये स्थायी पुलों के बनाए जाने तक मेला क्षेत्र में अस्थायी पुलों की शीघ्र व्यवस्था की जाए। उन्होंने मेलाधिकारी को लगातार मॉनिटरिंग के भी निर्देश दिए।
सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें
मुख्य सचिव ने कहा कि मेले हेतु गठित समितियों द्वारा जहाँ-जहाँ निर्णय लिए जाने हैं, समितियों की बैठक करा कर शीघ्र निर्णय ले लिए जाएं। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी विभागों को मेलाधिकारी से निरन्तर समन्वय बनाने के भी निर्देश दिए। जहाँ-जहाँ छोटे-छोटे घाटों की आवश्यकता है, उनके प्रस्ताव तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि एम्पावर्ड कमिटी की बैठक में प्रस्तावों को लाने से पूर्व सभी विभाग मेलाधिकारी को प्रस्ताव की व्यवहारिकता पर संस्तुति प्राप्त करने के उपरान्त ही एम्पावर्ड कमिटी की बैठक में प्रस्तुत करें।
मेला क्षेत्र के अन्तर्गत विभिन्न विकास कार्यों को मिली सैद्धान्तिक स्वीकृति
बैठक के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावां जैसे, स्थाई प्रवृति के घाटों का मरम्मत कार्य, बहादराबाद एन0एच0-58 से सिडकुल फोर लेन मार्ग पर नाला निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य, सुलभ टॉयलेट कॉम्पलेक्स, निरीक्षण भवन लोनिवि परिसर, ऋषिकेश में सर्किट हाउस निर्माण एवं पुराना दिल्ली नीतिपास मार्ग के किमी0 202 में सूखी नदी पर पूर्व निर्मित के बगल में डबल लेन आरसीसी प्रास्ट्रेस्ड सेतु निर्माण कार्यों को स्वीकृति प्रदान की गयी।
इस अवसर पर सचिव डॉ. भुपिन्दर कौर औलख, श्री शैलेश बगोली, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कुमार, मेलाधिकारी श्री दीपक रावत, पुलिस महानिरीक्षक श्री संजय गुंज्याल सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।