लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश राजनीति की दिशा बदलने का काम करता है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन की राजनीति भाजपा को इस बार करारी शिकस्त देगी। भाजपा जाति-धर्म की बातें करके नफ़रत फैलाने में लगी है। वह असल मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिशों में है। लेकिन अब लोग भाजपा के वादों की सच्चाई जान गए हैं और फिर उसके बहकावे में नहीं आने वाले हैं।
श्री यादव आज यहां पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में सीतापुर एवं बाराबंकी के मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरित करने के उपरांत प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए कहा कि भाजपा राज में न तो किसान का कर्ज माफ हुआ, नहीं नौजवानों को नौकरी मिली। नोटबंदी-जीएसटी से व्यापार चैपट हुआ है। देश की सबसे बड़ी बैंक घाटे में चली गई है। मक्का, आलू के किसानों को न्यूनतम समर्थन नहीं मिला है। गन्ना किसानों के बकाया भुगतान के लिए 8 हजार करोड़ के पैकेज का एलान किया गया पर किसी भी किसान को एक पैसा नहीं मिला।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार जनता को दुःखदर्द देने वाली सरकार है। वह लोगों की तकलीफों को दूर नहीं कर सकती है। भाजपा द्वारा छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप देने की घोषणा चुनावी संकल्प पत्र में की गई थी जिसे भुला दिया गया है। समाजवादी पार्टी अपने साधनों से 18 लाख बच्चों को लैपटाॅप बांट चुकी है। आज फिर लैपटाॅप मेधावी छात्र-छात्राओं को बांटने का उद्देश्य भाजपा सरकार को अपने वादों की याद दिलाना है।
श्री यादव ने कहा कि बिना अच्छी पढ़ाई के हम दुनिया के मुकाबले नहीं आ सकते हैं। ग्रामीण परिवेश में आगे बढ़ना महत्वपूर्ण है। तरक्की और खुशहाली के रास्ते पर चलने में लैपटाॅप काम आता है। अत तो डिजिटल इण्डिया का नारा लग रहा है लेकिन भाजपा लैपटाॅप और स्मार्टफोन बांटने में पीछे हट गई। उसकी चालबाजी अब नहीं चलेगी।
श्री यादव ने कहा कि आज रायबरेली में एम्स की शुरूआत हो रही है। इसके लिए समाजवादी सरकार में मुफ्त जमींन दी गई थी। गोरखपुर में भी समाजवादी सरकार में जमींन दी गई थी पर अभी तक वहां एम्स बनने की कोई ख़बर नहीं है। श्री अखिलेश यादव ने कहा कि बिना ग्रामीण जीवन को संवारे देश-प्रदेश की तरक्की नहीं हो सकती है। गंगा माँ मैली की मैली है। गोमती की हालत बिगड़ी है। वरूणा और काली नदी की सफाई का काम ठप्प है। इनके बिना गंगा कैसे साफ होगी?
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि कानपुर में समाजवादी सरकार के समय मेट्रो रेल चलाने की योजना थी, भाजपा सरकार ने उसे रोक दिया। भाजपा का एजेण्डा समाज की एकता को तोड़ना और आपस में नफ़रत पैदा करना रहता है। कभी भी भाजपा का विकास से कोई लेना देना नहीं रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री जी ने इस बात पर जोर दिया कि जाति जनगणना से विभिन्न समाजों की स्थिति की जानकारी हो सकती है जिससे उनको उनका हक तथा सम्मान मिल सकता है। पिछड़ों का राग अलापने वाली भाजपा ने अभी 14 सौ पुलिस के जवानों को भर्ती से निकाल दिया। सात सौ शिक्षामित्र आत्महत्या कर चुके हैं। भाजपा की अब कोई बहानेबाजी नहीं चलेगी।