नई दिल्ली: तंजानिया (जंजीबार) सरकार में सार्वजनिक सेवा एवं सुशासन, विधि एवं न्याय मंत्री श्री हारोन अली सुलेमान भारत के केन्द्रीय कार्मिक राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह से कल मिले। दोनों नेताओं ने सरकार के कामकाज में अच्छे अनुभवों पर बातचीत की और लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए), मसूरी एवं अन्य भारतीय संस्थानों के साथ अकादमिक स्तर पर कार्यक्रमों के आदान-प्रदान की संभावनाओं पर भी विचार किया।
तंजानिया के मंत्री श्री हारोन सुलेमान तथा उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे के जमाने से भारत के तंजानिया के साथ दोस्ताना संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि विरासत की इस साझा कड़ी की वजह से दोनों देशों के बीच एक सफल संबंध की उम्मीद करना सहज है।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने जुलाई, 2016 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तंजानिया यात्रा का जिक्र किया और कहा कि अफ्रीकी देशों के साथ संबंध को लेकर भारत सरकार का विशेष जोर रहा है।
दोनों नेताओं के बीच हुई आधे घंटे की बातचीत में श्री हारोन सुलेमान ने नागरिक सेवाओं और प्रबंधन के क्षेत्र में भारत के साथ और गहरे संबंध की इच्छा जताई। उन्होंने डॉ. जितेन्द्र सिंह के सामने तंजानिया से जनसेवकों की यात्रा का प्रबंध करने की इच्छा जताई, ताकि वे भारतीय प्राशसनिक सेवा के विस्तृत अनुभव का लाभ उठा सके।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने श्री हारोन को बताया कि भारत सरकार का कार्मिक मंत्रालय ऐसे आदान-प्रदान कार्यक्रम पहले से ही कई देशों के साथ कर रहा है।
श्री सुलेमान के भारतीय फैक्लटी की तंजानिया यात्रा के आग्रह पर डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि इसकी तैयारी के लिए अधिकारियों के एक समूह को काम सौंपा जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा।