नई दिल्ली: केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एमएसएमई प्रौद्योगिकी केन्द्र की आधारशिला रखी। इस अवसर पर, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाइक, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह, पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस कार्यक्रम के दौरान एक राष्ट्रीय विक्रेता विकास कार्यक्रम (एनवीडीपी) प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में, श्री कलराज मिश्र ने कहा कि इस प्रौद्योगिकी केन्द्र से क्षेत्र के इलैक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और विनिर्माण (ईएसडीएम), ऑटोमोटिव इलैक्ट्रॉनिक्स क्षेत्रों को तकनीकी और दक्ष मानव क्षमता के रूप में सहायता पर ध्यान दिया जायेगा। यह प्रौद्योगिकी केन्द्र सम्पूर्ण विश्व के विनिर्माण क्षेत्र की मुख्यधारा से अपने संपर्क को मजबूत बनाते हुए इलैक्ट्रॉनिक्स सिस्टम डिजाइन और विनिर्माण पारिस्थितिकी-तंत्र में एमएसएमई की प्रतिस्पर्धात्मकता को भी सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रौद्योगिकी केन्द्र से उद्योगों को तकनीकी मदद देने के अलावा प्रतिवर्ष लगभग 3000 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय विक्रेता विकास कार्यक्रम व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और एमएसएमई के बीच समन्वय बनाते हुए दोनों के परस्पर लाभ के लिए एक समान प्लेटफॉर्म पर सुविधा प्रदान करेगा।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में यह प्रौद्योगिकी केन्द्र ईएसडीएम क्षेत्र पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुए इस उद्योग की आवश्यकताओं को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में नोएडा और ग्रेटर नोएडा ईएसडीएम उद्योग के विकास का प्रमुख केन्द्र भी बन चुका है। उन्होंने कहा कि यह प्रौद्योगिकी केन्द्र ईएसडीएम क्षेत्र में एमएसएमई इकाइयों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने में भी अहम भूमिका अदा करेगा। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा स्थित यह प्रौद्योगिकी केन्द्र ईएसडीएम क्षेत्र के विकास, अभिनव और डिजाइन सेवाओं, परीक्षण और अंशांकन के साथ-साथ इलैक्ट्रॉनिक मरम्मत और रख-रखाव एवं कम्प्यूटर हार्डवेयर और साफ्टवेयर में प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देगा।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने कहा कि इस प्रौद्योगिकी केन्द्र को समय से पूरा किया जाना राज्य के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि यह प्रौद्योगिकी केन्द्र इस क्षेत्र में लोगों के कौशल के विकास में एक दीर्घकालीन मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि यह लोगों के लिए कौशल रोजगार को बढा़ने में भी मदद करेगा।
इस कार्यक्रम में अपर सचिव और विकास आयुक्त (एमएसएमई) श्री सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी ने आगंतुक मेहमानों का स्वागत करते हुए इस परियोजना के लिए नि:शुल्क 15 एकड़ भूमि के आवंटन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि इस परियोजना को एक समयबद्ध सीमा में पूर्ण भी कर लिया जायेगा।