टी20 का रोमांच क्या होता है यह विशाखापटनम के मैदान पर क्रिकेट प्रशंसकों ने देखा। एकतरफा हारे हुए मैच में भारतीय टीम को जिस तरह हार मिली उससे हर कोई हैरान रह गया। पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय टीम 20 ओवरों में केवल 126 रन ही बना सकी।
कम स्कोर को देखते हुए लग रहा था कि भारतीय टीम बेहतरीन गेंदबाज़ी के दम पर मैच जीत सकती है। लेकिन जिस तरह भारतीय टीम के गेंदबाज़ों ने मैच में खराब गेंदबाज़ी की उसे क्रिकेट प्रशंसक लंबे समय तक याद रखेंगे। कंगारू टीम ने 20 ओवरों में 127 रन बनाकर मैच जीत लिया।
टीम इंडिया की खराब बल्लेबाज़ी
टीम इंडिया के बल्लेबाज़ों ने पहले टी20 मैच में काफी निराश किया। सलामी बल्लेबाज़ केएल राहुल को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल पाया। केएल राहुल ने 36 गेंदों में 50 रन ठोके। कप्तान कोहली ने 24 तो महेंद्र सिंह धोनी ने 29 रनों की नाबाद पारी खेली। टीम इंडिया 7 विकेट के नुकसान पर 126 रन ही 20 ओवर में जोड़ सकी।
ग्लेन मैक्सवेल की पारी पड़ गई भारी
ऑस्ट्रेलिया टीम की भी शुरुआत बेहद खराब रही। ऑस्ट्रेलिया की टीम ने महज 5 रन पर दो विकेट गंवा दिए थे। कप्तान एरोन फिंच पहली ही गेंद पर 0 रन पर बुमराह की गेंद पर एलबीडब्लू होकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल ने पूरे मैच का रूख बदल दिया।
इस बल्लेबाज़ ने न सिर्फ बेहतरीन अर्धशतक ठोका बल्कि टीम को जीत की राह पर लाकर खड़ा कर दिया। मैक्सवेल ने 43 गेंदों में 56 रन ठोक डाले। उन्होंने अपनी पारी में 6 चौके और 2 छक्के लगाए।
अंतिम ओवर में 14 रन नहीं बचा पाए उमेश यादव
अंतिम ओवर में ऑस्ट्रेलिया टीम को जीत के लिए 14 रन चाहिए थे। लग रहा था कि उमेश यादव अपनी बेहतरीन गेंदबाज़ी से मैच में 14 रन बचा लेंगे। लेकिन वह टीम के लिए 14 रन नहीं बचा पाए।
हैरत की बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया की ओर से कोई सेट बल्लेबाज़ क्रीज पर नहीं था। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ों ने उमेश यादव की गेंदों पर 14 रन बनाकर मैच जीत लिया। अंतिम गेंद पर जीत के लिए दो रन चाहिए थे। तेज़ गेंदबाज़ पैट कमिंस ने अंतिम गेंद पर 2 रन बनाकर मैच जीत लिया।