पुणे: पुणे टेस्ट में टीम इंडिया पहली पारी में महज 105 रन पर ढेर हो गई. स्थापित बल्लेबाजों के गैर जिम्मेदाराना प्रदर्शन के बीच ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर स्टीव ओकीफी ने छह विकेट लेकर टीम इंडिया की बल्लेबाजी की कमर तोड़कर रख दी. घरेलू मैदान के लिहाज से बात करें तो वर्ष 2008 के बाद यह टीम इंडिया का सबसे कम स्कोर है. अप्रैल, 2008 में टीम इंडिया अहमदाबाद में हुए टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 20 ओवर्स के केवल 76 रन बनाकर आउट हो गई थी. विदेशी मैदानों के लिहाज से बात करें तो वर्ष 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी बार ओवल में टीम इंडिया 94 रन पर ढेर हो गई थी.
पुणे टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजी को देखकर ऐसा लगा कि टीम न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश के खिलाफ जीत के कारण शायद अति आत्मविश्वास की शिकार हो गई है. भारत की पहली पारी में महज तीन बल्लेबाज दोहरी रनसंख्या तक पहुंच पाए. कर्नाटक के बल्लेबाज लोकेश राहुल ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए. उनके अलावा मुरली विजय (10) और अजिंक्य रहाणे (13) ही दोहरी रनसंख्या तक पहुंच पाए. दो बल्लेबाज विराट कोहली और ऋद्धिमान साहा तो 0 पर आउट हुए जबकि चेतेश्वर पुजारा ने 6, अश्विन ने 1, रवींद्र जडेजा और जयंत यादव ने 2-2 और उमेश यादव ने चार रन का योगदान दिया. लेग स्पिनर स्टीव ओकीफी ने भारतीय पारी को 105 पर समेटने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने केवल 35 रन देकर 6 विकेट हासिल किए, इसमें राहुल, रहाणे और साहा के रूप में एक ओवर में लिए गए तीन विकेट शामिल हैं.
दरअसल चौथे विकेट के रूप में राहुल के आउट होते ही टीम इंडिया के विकेट की झड़ी लगनी शुरू हुई. राहुल जब आउट हुए तो टीम इंडिया का स्कोर 94 रन था. इसी ओवर में रहाणे और साहा भी पेवेलियन चलते बने. अश्विन, जडेजा और जयंत यादव जैसे निचले क्रम के बल्लेबाजों ने हाल के समय में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन पुणे में इन्होंने भी बुरी तरह से निराश किया. 94 रन के कुल स्कोर पर चौथा विकेट गिरा और 105 के स्कोर पर पूरी टीम आउट हो गई. 11 रन के अंतराल में टीम इंडिया के सात बल्लेबाजों ने विकेट गंवाए और ऑस्ट्रेलिया को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
साभार एनडीटीवी इंडिया
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