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विभिन्न विषयों पर तकनीकी परीक्षण को अधिक प्रभावी एवं सुदृृढ़ बनाया जायेगा: प्रमुख सचिव,गृह

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं में विभिन्न विषयों पर तकनीकी परीक्षण को और अधिक प्रभावी एवं सुदृढ़ बनाने हेतु आई0आई0टी0 कानपुर से एम0ओ0यू0 निष्पादित करने पर राज्य सरकार गंभीरता से विचार कर रही है।
आई0आई0टी0 कानपुर द्वारा विधि विज्ञान प्रयोगशाला के नये अनुभागों कम्प्यूटर फोरेन्सिक, फोरेन्सिक एकास्टिक, फोरेन्सिक इन्जीनियरिंग, फोरेन्सिक साइकोलॉजी से सम्बन्धित अभियोगों मे विवेचना को प्रमाणित तथा तथ्यपरक बनाने हेतु परीक्षण की गुणवत्ता में सुधार एवं नई तकनीक के सम्बन्ध में विशेषज्ञ जानकारी व सहयोग दिया जायेगा।
प्रमुख सचिव गृृह, श्री देबाशीष पण्डा की अध्यक्षता में आज कमाण्ड सेण्टर, एनेक्सी में बैठक में यह जानकारी दी गई। बैठक में विभिन्न विषयों पर तकनीकी परीक्षण हेतु एम0ओ0यू0 किये जाने वाले बिन्दुओं, प्रयोगशालाओं की अवस्थापना, उपकरणों की स्थिति, जनशक्ति व अन्य संबंधित बिन्दुओं पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में जानकारी दी गई कि साइबर फोरेन्सिक अनुभाग की स्थापना से संबंधित कैश, बर्न, डैमेज डिजिटल डाटा स्टोरेज डिवाइस (हाईडिस्क, मेमोरी कार्ड आदि) से डाटा रिकवरी, हाई एण्ड लाक्ड मोबाइल फोन से डाटा रिकवरी, सोशल साइट पर की गयी चैट आदि को रिकवर किये जाने में आसानी होगी।
फोरेन्सिक एकास्टिक अनुभाग से संबंधित सी0सी0टी0वी0 की फुटेज, डीवीआर, मोबाइल से रिकवर करना, रिकवर वीडियो से इमेज एनहांसमेन्ट द्वारा फोटोग्राफ को तैयार करना एवं वी0डी0ओ0 में की गयी छेड़छाड का पता लगाना, डिजिटल रिकार्डिग से कई आवाजों में से किसी भी एक आवाज की पहचान करना आदि कार्य भी सुगमता से इसकी सहायता से किये जा सकेंगे।
फोरेन्सिक इंजीनियरिंग अनुभाग सिविल, मैकेनिकल एवं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में प्राकृृतिक आपदाओं (भूकम्प, आग, सार्ट सर्किट आदि) का कारण, बिल्डिंग@ब्रिज आदि के डैमेज होने के बारे में पता करने आदि की कार्यवाही भी इससे सुगम होगी। फोरेन्सिक साइकोलॉजी अनुभाग लाईडिडेक्शन एवं नारको एनालिसिस परीक्षण में उत्तरोत्तर विकास तथा डी0एन0ए0 अनुभाग डाटा बेस तैयार करने हेतु भी इससे मदद प्राप्त होगी।
प्रदेश के सभी 18 परिक्षेत्र मुख्यालयों पर एक-एक स्टेट आफ द आर्ट फोरेन्सिक साइंस लैबोरेटरी की स्थापना के क्रम में अब तक हुई कार्यवाही की भी बैैठक में विस्तार से प्रगति समीक्षा की गयी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में आगरा, लखनऊ व वाराणसी में प्रयोगशालाएं पहले से स्थापित हैं जिनके सुदृढ़ीकरण एवं आधुनिकीकरण की कार्यवाही की गयी है। मुरादाबाद मंे नई प्रयोगशाला निर्मित कराई गयी है। शेष 14 परिक्षेत्रों में नई प्रयोगशालाओं की स्थापना संबंधी कार्यवाही की जा रही है।
नई प्रयोगशालाओं की स्थापना के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव द्वारा निर्णय लिया गया कि सभी स्थापित होने वाली नई प्रयोगशालाओं के भवन अधिकतम 18 माह के अन्दर तैयार कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला को हस्तगत करा दिये जाये तथा उनमें स्थापित होने वाले अनुभागों तथा अनुभागों से सम्बन्धित उपकरणों के क्रय की कार्यवाही, प्रयोगशालाओं के संचालन हेतु कर्मियों के चयन की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी जाय, जिससे नियत अवधि में प्रयोगशालाओं का कार्य पूर्ण होकर संचालन प्रारम्भ हो जाय।
बैठक में गृृह सचिव, श्री मणि प्रसाद मिश्र, अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवाएं श्री आर0के0 विश्वकर्मा, निदेशक विधि विज्ञान प्रयोगशाला डा0 एस0बी0 उपाध्याय, तकनीकी शाखा, गृह विभाग के अधिकारियों एवं अन्य निर्माण इकाईयों के अधिकारियों आदि ने भाग लिया।

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