नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम वेंकैया नायडु ने कहा है कि प्रौद्योगिकी ग्रामीण युवाओं के लिए पारदर्शिता, समृद्धि एवं अवसर लाती है। वह आज मध्य प्रदेश में ग्वालियर में ‘मेरा स्कूल डिजिटल स्कूल‘ कार्यक्रम के तहत ग्वालियर जिले में 75 ग्रामीण सरकारी विद्यालयों में 100 डिजिटल क्लासरुम लांच करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मध्य प्रदेश सरकार के उच्चतर शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, मध्य प्रदेश सरकार की शहरी विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत का भविष्य सुनहरा है क्योंकि यह हमारी युवा पीढ़ी की नवोन्मेषी क्षमताओं पर टिका है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण छात्रों को डिजिटल प्रोद्योगिकी के साथ जोड़ने से उनका जीवन बदल जाएगा क्योंकि यह उन्हें शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के समान सूचना एवं अवसर की सुविधा प्रदान करेगा।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्रौद्योगिकी समकारी होती है क्योंकि इसमें ग्रामीण युवाओं के लिए पारदर्शिता, समृद्धि एवं अवसर लाने की क्षमता होती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा ज्ञान, आर्थिक प्रगति एवं अधिकारिता के संवर्द्धन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने सभी लड़कियों, खासकर, ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली लड़कियों को शिक्षा प्रदान करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालय सामाजिक परिसंपत्तियां हैं और शिक्षक सामाजिक बदलाव के कारक।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि कॉरपोरेट घरानों को सामाजिक दायित्व का अहसास होना चाहिए और उन्हें ग्रामीण शिक्षा की दिशा में अपना योगदान देना चाहिए।