नई दिल्ली: प्रादेशिक सेना ने 09 अक्टूबर, 2016 को अपना 67वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर को यादगार बनाने के लिए नई दिल्ली के आर्मी परेड ग्राउंड में एक प्रभावशाली परेड का आयोजन किया गया। एक भव्य समारोह में सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने परेड का अवलोकन किया और राष्ट्र के प्रति अटूट सेवा के लिए प्रादेशिक सेना के जवानों को बधाई दी।
परेड के दौरान प्रादेशिक सेना ने अपनी क्षमताओं का एक प्रभावशाली प्रदर्शन प्रस्तुत किया। जिसकी कमान कर्नल कृष्णनंदुबारकर के पास थी एवं इसमें 10 मार्चिंग टुकड़ियां, 15 बैंड और रेलवे इंजीनियरों, तेल क्षेत्र एवं पारिस्थितिकी प्रादेशिक सेना इकाइयों की तीन झांकियां शामिल थी।
अपने रेजीमेंट के चमकदार पोशाकों से सुसज्जित प्रादेशिक सेना के जवानों ने अपने शानदार मानदंडों और उत्साह एवं हौसले की भावना के साथ सैन्य उत्कृष्टता के साथ सेना की धुन पर मार्च किया। पारिस्थितिकी कार्य बल, रेलवे इंजीनियरों, तेल क्षेत्रीय इकाईयों की झांकियों ने पर्यावरण संरक्षण एवं रेलवे एवं तेल उत्पादन तथा आपूर्ति जैसी सेवाओं के रखरखाव के क्षेत्र में राष्ट्र के प्रति विभागीय प्रादेशिक सेना इकाइयों के बहुमूल्य योगदान को प्रदर्शित किया।
परेड का अवलोकन सैन्य एवं विदेशों मित्र देशों के रक्षा सहचरियों समेत अन्य सिविल तथा सैन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। कई विख्यात हस्तियां नागरिक सेना में शामिल होने के लिए आगे आईं है और उन्होंने न केवल इसे संगठन की दृष्टि से समृद्ध बनाया है बल्कि उन्होंने देश के युवाओं के बीच इसकी छवि को और निखारने में भी बेशुमार योगदान दिया है। प्रादेशिक सेना एक बहुआयामी क्षमताओं वाली बल के रूप में विकसित हुई है।
सेना प्रमुख ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रादेशिक सेना द्वारा किए गए अच्छे कार्यों की सराहना की और सभी अधिकारियों एवं जवानों को एवं उनके परिवारों को एक गौरवपूर्ण भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।