आपने मुझे मंत्रिमंडल के नए सदस्यों का इस सदन में परिचय कराने के लिए आदेश दिया है। आज एक ऐसा अवसर है सदन का जबकि देश के गांव के background वाले किसान परिवार के बच्चे आज मंत्री बन करके इस सम्मानीय सदन में उनका परिचय हो रहा है तो कुछ लोगों को बड़ी पीड़ा हो रही है।
आज इस सदन में महिलाएं जो मंत्री बनी हैं, उनका परिचय हो रहा है। वो कौन-सी महिला विरोधी मानसिकता है कि जिसके कारण इस सदन में उनका नाम भी सुनने को तैयार नहीं हैं, उनका परिचय भी कराने को तैयार नहीं हैं।
माननीय सभापति जी,
बहुत बड़ी मात्रा में schedule tribe के हमारे सांसद साथी मंत्री बने हैं। हमारे आदिवासियों के प्रति, ऐसी कौन सी इनके प्रति रोष की भावना है कि वे आदिवासी मंत्रियों का परिचय इस सम्मानीय सदन में हो, ये भी उनको पसंद नहीं आ रहा है।
माननीय सभापति जी,
इस सदन में बहुत बड़ी मात्रा में दलित मंत्रियों का परिचय हो रहा है। दलित समाज के प्रतिनिधियों का नाम सुनने को ये तैयार नहीं हैं। ये कौन सी मानसिकता है जो दलितों का गौरव करने को तैयार नहीं हैं, आदिवासियों का गौरव करने को तैयार नहीं, किसान के बेटे का गौरव करने को तैयार नहीं। ये कौन सी मानसिकता है जो महिलाओं का गौरव करने को तैयार नहीं। इस प्रकार की विकृत मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है।
और इसलिए माननीय सभापति जी,
आपने परिचय कराने के लिए जो अवसर दिया इसके लिए मैं आपका आभारी हूं, लेकिन माननीय सभापति जी, मंत्रिमंडल में नवनियुक्त सदस्यों को राज्यसभा में introduce समझा जाए।