नई दिल्ली: भारत को जानो कार्यक्रम (केआईपी) के प्रतिभागियों ने नई दिल्ली में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी से मुलाकात की। भारत को जानो कार्यक्रम का 51वां संस्करण गुजरात के साथ साझेदारी में 5 जनवरी से 29 जनवरी, 2019 से निर्धारित किया गया है। प्रतिभागी 10 दिन यानी 10 जनवरी से 19 जनवरी, 2019 तक गुजरात की यात्रा करेंगे। 8 देश- फिजी, गुयाना, मॉरीशस, म्यांमार, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, सूरीनाम और त्रिनिदाद तथा टोबैगो और अमेरिका के 40 प्रतिभागियों में 26 महिलाएं हैं।
केआईपी भारत के राज्यों के साथ साझेदारी में विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित किया जाने वाला 25-दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम है। यह 18 से 30 वर्ष के आयु वर्ग में प्रवासी भारतीय छात्रों और युवा पेशेवरों को उनकी मातृभूमि से जोड़ने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। इसका मुख्य उद्देश्य युवा मस्तिष्क को प्रेरित करना और उन्हें भारत की कला, विरासत और संस्कृति के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना और देश में जीवन के विभिन्न पहलुओं और विभिन्न क्षेत्रों में भारत की प्रगति के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है।
कपड़ा मंत्री ने केआईपी के प्रतिभागियों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि कपड़ा क्षेत्र कृषि के बाद देश में दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता है और इस क्षेत्र में कुल कार्यबल का 70 प्रतिशत महिलाएं हैं। अपनी 30 मिनट की बातचीत में उन्होंने वस्त्र और भारतीय संस्कृति और विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया। उन्होंने 7 अगस्त, 2015 को लॉन्च किए गए इंडिया हैंडलूम ब्रांड की भी चर्चा की, जो पारंपरिक हाथ से बुने हुए कपड़ों को बढ़ावा देने के लिए पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस समारोह के भाग के रूप में शुरू किया गया था। कपड़ा मंत्री ने युवा लड़कों और लड़कियों को हाथ से तैयार की गई वस्तुओं की समृद्ध विविधता को देखने के लिए दिल्ली हाट जाने की सलाह दी। उन्होंने भारत को जानने के लिए प्रतिभागियों को देश के विभिन्न हिस्सों में जाने की सलाह भी दी। विदेश मंत्रालय ने 2004 से केआईपी के 49 संस्करणों का आयोजन किया है जिसमें 1600 से अधिक भारतीय युवाओं ने भाग लिया है।