नई दिल्ली: केन्द्रीय सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्री श्री थावरचंद गेहलोत ने आज बधिर लोगों के लिए आईएसएल शब्दकोश के दूसरे संस्करण को लांच किया। इस शब्दकोश को इंडियन साईन लेंग्वेज रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर (आईएसएलआरटीसी) ने तैयार किया है, जो सामाजिक न्याय व आधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत कार्य करता है। 3000 शब्दों वाले पहले संस्करण को 23 मार्च, 2018 को लांच किया गया था। शब्दकोश में शिक्षा, कानून, चिकित्सा, तकनीक आदि विषयों के 6000 शब्द हैं।
आईएसएल शब्दकोश आईएसएलआरटीसी के यू-ट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध है। यू-ट्यूब चैनल में लगभग 1000 वीडियो है। वीडियो का लिंक है- https://www.youtube.com/playlist?list=PLFjydPMg4Dapq9vcdmGyHs8uJhiqMgUrX.
इस अवसर पर श्री गेहलोत ने शब्दकोश प्रकाशन के लिए आईएसएलआरटीसी के प्रयासों की सराहना की। यह शब्दकोश आईएसएल शिक्षकों, आईएसएल छात्रों, भाषा संकेतकों ,बधिर व्यक्तियों और शोध करने वालों के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होगा। इस शब्दकोश को बधिर समुदाय के लोगों के सुझावों और समझ के आधार पर तैयार किया गया है। अंग्रेजी और हिन्दी संकेतों की सूची भी दी गई है।
आईएसएलआरटीसी शब्दकोश निर्माण के लिए 7-9 फरवरी, 2018 और 22-24 जनवरी, 2019 को दो कार्यशाला आयोजित की गई थी। इसमें पूरे देश के बधिर प्रतिभागियों ने अपने सुझाव रखे थे।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 50.71 लाख बधिर व्यक्ति हैं। शब्दकोश निर्माण का लक्ष्य आईएसएल के उपयोग को बढ़ाना और बधिर व्यक्तियों को शिक्षा तथा रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना है।