ऋषिकेश: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के एक प्रतिनिधि मंडल नें दिनांक 6 अगस्त 2018 को माननीय पर्यटन मंत्री, उत्तराखंड सरकार श्री सतपाल महाराज से भेंट की। डॉ. मोहन सिंह रावत “गांववासी”, स्वतंत्र निदेशक की नेतृत्व में तथा श्री एच.एल. भारज, कार्यपालक निदेशक (सामाजिक और पर्यावरण विभाग) और श्री सुनील शाह, वरिष्ठ प्रबंधक (सामाजिक) नें 1,333 लाख रुपये की लागत से बनने वाले “ऋषिकेश, उत्तराखंड में चार धाम और हेमकुंड साहिब यात्रा हेतु केंद्रीय पंजीकरण कार्यालय सह ट्रांजिट शिविर के निर्माण’’ कार्य में तेजी लाने तथा कार्य में आ रही बाधाओं के बारे में मंत्री महोदय को जानकारी दी और माननीय मंत्री से कार्य को अविलंब अवार्ड किये जाने हेतु तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।
उत्तराखंड में वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद के कार्यों में राज्य की मदद में योगदान हेतु पी.एस.यू. और उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा केंद्रीय पूल से निर्माण लागत के 50:50 साझाकरण के आधार पर उपरोक्त परियोजना को मंजूरी दी गई थी। श्री एच.एल. भारज नें माननीय पर्यटन मंत्री को इस परियोजना की अवधारण से अवगत कराया और परियोजना के प्रावधानों के विषय में विस्तृत चर्चा की और साथ ही यह भी बताया कि परियोजना पूर्ण हो जाने के बाद यह किस प्रकार से तीर्थ यात्रियों के लिए लाभप्रद हो सकती है।
सेवा-टीएचडीसी और उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड के मध्य दिनांक 11.04.2018 को इस संबंध में एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं। श्री भारज ने आगे बताया कि अनुबंध की शर्तों के अनुसार फंड की प्रथम किश्त सेवा-टीएचडीसी द्वारा जारी कर दी गई है और पर्यटन विभाग द्वारा शीघ्र कार्य आरंभ करने से भविष्य में तीर्थ यात्रियां की कई समस्याएं हल हो जाएंगीं। माननीय पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज जी नें परियोजना की वर्तमान स्थिति और इससे समाज को होने वाले लाभों को जानने में विशेष रूचि दिखाई तथा प्रतिनिधि मंडल को इस मामले में शीघ्र कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया।
आज टीएचडीसीआईएल, टिहरी बांध एवं एच.पी.पी. (1000 मे.वा.), कोटेश्वर एच.ई.पी. (400 मे.वा.) और गुजरात में 50 मे.वा. के पाटन व 63 मे.वा. के द्वारका की कमीशनिंग के साथ 1513 मेगावाट की संस्थापित क्षमता वाली देश की प्रमुख विद्युत उत्पादक कंपनियों में से एक है।