नई दिल्ली: रसायन एवं उर्वरक तथा संसदीय कार्य मंत्री श्री अनंत कुमार ने आज यहां देशभर में प्रधानमंत्री भारतीय जनौषधि (पीएमबीजेके) केंद्रों की शुरूआत पर राष्ट्रीय युवा सहकारिता समाज (एनवाईसीएस) के जिला संयोजकों के लिए परिचय – कार्यक्रम का उद्घाटन किया और उसकी अध्यक्षता की। इस कार्यशाला का लक्ष्य युवाओं को शिक्षित और लामबंद करना था ताकी वे मार्च, 2017 तक 3 हजार पीएमबीजेके खोले जाने के प्रयासों में योगदान करें।
उल्लेखनीय है कि देश में एक हजार पीएमबीजेके स्थापित करने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय फार्मा ब्यूरो (बीपीपीआई) और एनवाईसीएस के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह कार्यशाला इसी मकसद से आयोजित की गई थी ताकि प्रधानमंत्री भारतीय जनौषधि परियोजना के विवरण पर चर्चा हो। इस आयोजन में देशभर के 24 राज्यों और 106 जिलों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर श्री अनंत कुमार ने कहा कि देश में ज्यादा से ज्यादा पीएमबीजेके खोले जाने चाहिए, जिनका आधार 3ए यानी “ओथेंटिसिटी, एवेलेबलिटी, अफोर्डेबलिटी” हो। उन्होंने बीपीपीआई और एनवाईसीएस के प्रयासों की भी सराहना की। भारत में केवल 40 प्रतिशत आबादी को ब्रेंडेड दवायें मिल पाती है, जबकि 60 प्रतिशत लोग गरीबी और अऩ्य कारणों से दवाओँ से वंचित रहे जाते हैं। पीएमबीजेके के अंतर्गत सभी लोगों को सस्ती दरों पर दवायें उपलब्ध कराई जाएंगी।
इस अवसर पर मंत्रालय के अधिकारी, विभिन्न जिलों से आये लगभग 170 प्रतिनिधि, बीबीपीआई अधिकारी, चिकित्सा और फार्मा संघ के प्रतिनिधि, स्वास्थ्य सेवा परियोजनाओं के प्रतिनिधि, चिकित्सा और फार्मा के क्षेत्र के उद्यमी उपस्थित थे।
8 comments