देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मुख्यमंत्री आवास पर पुणे (महाराष्ट्र) से उत्तराखण्ड भ्रमण पर आये 30 सदस्यीय पर्यटकों के दल ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होने उत्तराखण्ड के प्राकृतिक सौन्दर्य की सराहना करते हुए मुलाकात के लिये समय देने के लिये मुख्यमंत्री का आभार भी व्यक्त किया। दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि वर्ष 2013 में केदारनाथ में आयी आपदा से 15 दिन पूर्व दल के कई सदस्य केदारनाथ की यात्रा पर आये थे तथा केदारनाथ पुननिर्माण के बाद फिर से केदारनाथ जाने की उनकी इच्छा है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में मुख्य समस्या मौसम की रहती है। उन्होने कहा कि आपदा बताकर नहीं आती, केदारनाथ में आयी आपदा के समय मौसम अनुकूल रहता तो कई लोगों की जान बचायी जा सकती थी। वर्ष 2013 में आयी आपदा से प्रदेश उबरने लगा है तथा आपदा के जख्म भरने लगे हैं। चारों धामों में सभी आवश्यक व्यवस्थाये सुनिश्चित की गई हंै। इस वर्ष कपाट खुलने के अवसर पर 35 हजार श्रद्धालुओं ने केदारनाथ जी के दर्शन किये जो एक रिकार्ड है। केदारनाथ के प्रति प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की भी असीम श्रद्धा है। इसे स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। मंदिर के लिये 70 फिट चैड़ा रास्ता बनाया गया है। केदारनाथ जी के परिसर को 5 गुना बड़ा किया गया है। आदि गुरू शंकराचार्य की समाधी का भी जीणौद्धार किया गया है। देश विदेश से चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लियेे आल वेदर रोड का निर्माण प्रगति पर है। इसके साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों को रेल सेवा से भी जोड़ा जा रहा है। केदारनाथ के लिये रूद्रप्रयाग के अलावा देहरादून, हरिद्वार से हेली सेवा की सुविधा भी उपलब्ध है। मुख्यमंत्री से भेंट करने वालों में श्रीरंग कुलकर्णी, श्री राजेन्द्र कुलकर्णी, श्री विनायक शिधये, श्री मनोहर तारे, श्रीमती स्नेहा गोखले, डाॅ. प्रांजली, अपूर्वा राजोपाध्ये, वृंदा पाठक सहित अन्य उपस्थित थे।