21 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

आईएचजीएफ-दिल्ली मेले का 51वां संस्करण वर्चुअल रूप से शुरू हुआ

देश-विदेश

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सफलता की कामना संदेश के साथ आज आईएचजीएफ-दिल्ली मेले के 51वें संस्करण (19-23 मई, 2021) का उद्घाटन किया गया। अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने हस्तशिल्प क्षेत्र की समृद्धि और विविधता की सराहना की जो हमारे देश की संस्कृति और विरासत की एक अनूठी विशेषता रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों की पीढ़ियों ने उत्पादों में रंग और जीवंतता जोड़ दी है जिससे इसकी लोकप्रियता बढ़ गई है। उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी की बदौलत तेजी से बदलते समय ने हस्तशिल्प क्षेत्र को अपना लचीलापन बढ़ाने में मदद की है। उन्होंने कहा कि टिकाऊ और लोगों की जरूरत के मुताबिक अनुकूल उत्पाद बनाने से इस क्षेत्र का विस्तार करने और अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image001B6MY.jpg

मेले का उद्घाटन करते हुए हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के अध्यक्ष श्री रवि के पासी ने वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर होम, लाइफ स्टाइल फैशन, फर्नीचर और कपड़ा उत्पादों से जुड़े हुए 700 से अधिक प्रदर्शकों का स्वागत किया। इनके साथ ही बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार, थोक में खरीदारी करने वाले घरेलू खरीदार और खरीदारी करने वाले प्रतिनिधियों का भी स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार, थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेता शो में आने के लिए पहले ही पंजीकरण करा चुके हैं।

इस अवसर पर बोलते हुए श्री यू.पी. सिंह, सचिव, वस्त्र मंत्रालय ने एक बहुत ही सफल शो के लिए सभी विदेशी खरीदारों और प्रदर्शकों का स्वागत किया और जून 2020 से वर्तमान महामारी के दौरान आईएचजीएफ के कई वर्चुअल (आभासी) संस्करणों को आयोजित करने के लिए ईपीसीएच की सराहना की। उन्होंने आगे कहा कि वर्चुअल मेले का यह संस्करण भारतीय अर्थव्यवस्था के इस कुटीर क्षेत्र में हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और अतिरिक्त रोजगार पैदा करने में मदद करेगा। श्री सिंह ने आगे कहा कि आईएचजीएफ-दिल्ली मेले के 51वें संस्करण का आयोजन वस्तुतः कोरोना संकट के बीच हस्तशिल्प क्षेत्र को मजबूत करने के प्रयासों को जारी रखने के लिए हस्तशिल्प निर्यातक बिरादरी की अदम्य भावना को दर्शाता है।

मेले के दौरान प्रतिभागियों को अंतरराष्ट्रीय व्यापार जरूरत के मुताबिक अपने को तैयार करने के लिए “क्विक वेज टू ऑप्टिमाइज फॉरेक्स ऑपरेशन इन टर्बूलेंट टाइम” और “निर्यात को बढ़ाने के सात आसान तरीके” जैसे विषयों पर वेबिनार का आयोजित किया जाएगा ताकि इस बारे में उनका ज्ञानवर्धन हो सके। इसके अलावा, ब्लू पॉटरी, वारली पेंटिंग, स्क्रू पाइन क्राफ्ट, कानी शॉल, मीनाकारी, कलात्मक वस्त्रों पर कारीगरों द्वारा शिल्प प्रदर्शन को भी निर्धारति गतिविधियों में शामिल किया गया है जिसे मेले के दौरान दिखाया जाएगा।

आईएचजीएफ-दिल्ली मेला 2021 का 51वां संस्करण होम, फैशन, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल्स और फर्नीचर क्षेत्र में भारत का सबसे बड़ा वर्चुअल फेयर है और भारत से खरीदारी करने के लिए दुनिया भर के खरीदारों की मदद पहुंचाने के लिए एक विशेष बी2बी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है। ईपीसीएच द्वारा आयोजित मेले में 1500 से अधिक निर्माताओं और निर्यातकों की भागीदारी होगी जो 2000 से अधिक उत्पाद का प्रदर्शन करेंगे। दुनिया भर के 85 से अधिक देशों के विदेशी खरीदार पहले ही शो में आने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। वित्तीय वर्ष 2020-21 के अप्रैल-मार्च की अवधि के लिए हस्तशिल्प के निर्यात के अनुमानित आंकड़े जो 25558.94 करोड़ रुपये (3443.45 मिलियन अमेरिकी डॉलर) पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.14% (रुपये के टर्म में) अधिक हैं। वहीं, (-)3.39% (डॉलर के टर्म) में कम हैं।

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More