हरिद्वार/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं में वृद्धि करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति का स्वस्थ रहना उसका अधिकार है।
लहर होटल परिसर भगवानपुर में आॅल इण्डिया कम्यूनिटी हैल्थ वर्कर एसोसिएशन के राज्य स्तरीय सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जनस्वास्थ्य रक्षकों एवं स्वैच्छिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की संस्था स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों में जागरूकता लाने का कार्य कर रही है, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत बीमा की धनराशि 2 लाख रूपये करने का प्रयास कर रही है, जिसमें जनस्वास्थ्य रक्षकों एवं स्वैच्छिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को वोलेन्टियर के रूप राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना के तहत शामिल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूर्व केन्द्र सरकार द्वारा 45 कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही थी, उसमें से अब आठ योजनाओं को केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों पर छोड़ दिया है, कि यदि वे इन योजनाओं को चलाना चाहते हैं तो उसका सम्पूर्ण खर्चा भी राज्य सरकार ही करेगी एवं 37 अन्य योजनाओं में पहले केन्द्र सरकार 90 प्रतिशत अनुदान देती थी जो अब राज्य सरकार द्वारा 50 प्रतिशत कार्य करने के बाद ही केन्द्र सरकार द्वारा 50 प्रतिशत अनुदान राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले डेढ़ सालों में गरीबों एवं आम जन के लिए सवा सौ योजनाएं प्रारम्भ की है, जबकि उत्तराखण्ड प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में संसाधनों का विकास किया जा रहा है, मैदानी क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि के कारण कृषि योग्य भूमि कम होती जा रही है, एवं भूमि की ऊर्वरकता शक्ति भी कम हुई है।