भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड में अपना दम दिखा दिया। इंग्लिश टीम के खिलाफ डेब्यू कर पहले टेस्ट के चौथे दिन आठवें नंबर पर उतरी स्नेह राणा ने नाबाद 80 रन ठोक डाले। इंग्लिश टीम ने भारत को कमजोर समझ उसे फॉलोऑन खेलने उतारा, लेकिन स्नेह राणा और तानिया भाटिया की नाबाद 44 रन की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के चलते नौवें विकेट के लिए हुई 99 रनों की अविजित साझेदारी के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एकमात्र टेस्ट मुकाबले के चौथे दिन शनिवार को मैच को ड्रॉ करा दिया।
भारतीय महिला टीम की खिलाड़ी स्नेह राणा ने कहा है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के अंतिम दिन दूसरी पारी में शतक बनाने पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही थीं। स्नेह ने इस मुकाबले से टेस्ट में डेब्यू किया था। भारत इस मैच में हार की कगार पर पहुंच गया था, लेकिन स्नेह ने शिखा पांडे और तानिया भाटिया के साथ मिलकर साझेदारियां की और मुकाबले को ड्रॉ कराने में कामयाब रहीं।
स्नेह ने कहा, “हमने ऐसा प्रतीत नहीं होने दिया कि हम नर्वस हैं। उस वक्त ऐसी स्थिति थी कि हमें अपने बेसिक्स पर अडिग रहना था। मैंने और शिखा ने यह निर्णय लिया कि चाहे कुछ भी हो जाए, भले ही इंग्लिश खिलाड़ी स्लेजिंग करने की कोशिश करें, लेकिन हमें उन पर ध्यान नहीं देना है। हमारा ध्यान अपने बेसिक्स पर था जिसका हमें नतीजा मिला।”
स्नेह बेहतरीन पारी खेल रही थीं और टेस्ट डेब्यू में अपने शतक से महज 26 रन दूर थीं। हालांकि उन्होंने कहा कि उनका ध्यान शतक पूरा करने पर केंद्रित नहीं था। स्नेह ने कहा, “उस समय मेरा ध्यान शतक लगाने पर केंद्रित नहीं था, क्योंकि उस वक्त मेरी टीम को जरूरत थी कि मैं वहां रहूं, इसलिए मैंने शतक के बारे में नहीं सोचा। मैं बस टीम को संकट से उबारने में अपना योगदान देना चाहती थी।”