पुरे आठ साल बाद भारतीय टीम के विकेटकीपर धोनी अपने पुराने अंदाज़ में दिखे। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज शुरू होने से पहले किसी ने नहीं सोचा था कि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस सीरीज के मैन ऑफ़ द सीरीज होंगे। लेकिन पूरे सीरीज में इस शानदार खिलाड़ी ने क्या कमाल की बल्लेबाजी किया। तीन मैच में धोनी ने तीन अर्धशतक ठोक दिएं। उन्होंने भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान रोहित शर्मा से भी ज्यादा रन बनाएं।
इस शानदार बल्लेबाजी के बाद उनके पहले कोच जिन्होंने धोनी को क्रिकेटर बनाया उनका क्या कहना था रांची के जवाहर विद्या मंदिर में धोनी को फुटबाल से क्रिकेट में लाने वाले बनर्जी ने कहा कि आलोचना या प्रशंसा पर प्रतिक्रिया जताना कभी उसकी आदत नहीं रही। ‘वह कभी बोलता नहीं है।बल्ले से जवाब देता है।आस्ट्रेलिया जाने से पहले मैने उससे कहा कि लोग इतना बोल रहे हैं तो तुम जवाब क्यो नहीं देते। इस पर उसने कहा कि आलोचना से क्या होता है। जिस दिन मुझे लगेगा कि मैं टीम को सौ फीसदी नहीं दे पा रहा हूं, मैं खुद क्रिकेट छोड़ दूंगा।’ उसकी फिटनेस और टीम की जरूरत के हिसाब से खेली गई पारियां बेजोड़ रही।