देहरादून: मुख्यमंत्री के मीडिया प्रभारी सुरेन्द्र कुमार ने कहा है कि भाजपा नेता केवल बयानबाजी कर जनता में वाहवाही लूटना चाहते है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को जांच का शौक चढ गया है,
जिसकी शुरूआत उन्हें पहले अपने कार्यकाल में हरिद्वार कुम्भ, ढैंचा बीज और स्टूर्जिया सहित तमाम घोटालों की जांच से करने चाहिए। भाजपा नेताओं को इस बात का भी जवाब देना चाहिए कि क्यों उन्होंने अपने दो मुख्यमंत्रियों को भष्टचार के कारण सत्ता से बाहर किया। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने अपने बयाज मेें आज स्वयं कहा कि कांग्रेस सरकार एक साल में भी भाजपा सरकार के घोटालों की जांच नही कर सकी। इसका अर्थ है कि भाजपा नेताओं ने स्वीकार किया है कि भाजपा शासनकाल में घोटाले हुए है। जहां तक कैग रिपोर्ट की बात की जा रही है, तो भाजपा नेताओं को अपना ज्ञान थोड़ा बड़ा लेना चाहिए। अभी कैग की केवल अंतरिम रिपोर्ट आयी है, अंतिम रिपोर्ट नही है। भाजपा नेताओं को उत्तराखण्ड से नई दिल्ली तक पैदल मार्च कर जाना चाहिए, ताकि उत्तराखण्ड के हित में केन्द्र सरकार द्वारा रोकी गई योजनाओं को जल्द स्वीकृति मिले। जहां तक भाजपा नेता बार-बार सी.बी.आई. जांच की मांग कर रहे है, तो पहले उन्हें भाजपा शासन काल में हुए घोटालों की जांच के बारे में भी जवाब देना चाहिए। मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं कांग्रेस सरकार की लोकप्रियता से भाजपा के लोग परेशान है, जिस कारण भाजपा नेता समय-समय पर ऐसे बेतुके बयानबाजी कर रही है। भाजपा 2017 की हार अभी से मान चुकी है।