लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में निर्माणाधीन मेट्रो रूट के दोनों तरफ स्थित बिजली आपूर्ति की व्यवस्था को भूमिगत किए जाने को मंजूरी प्रदान कर दी है।
यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इस परियोजना के तहत मेट्रो रूट के दोनों तरफ स्थित विद्युत आपूर्ति तंत्र के साथ ही इसके किनारे स्थित गलियों में स्थापित बिजली के तारों को भी भूमिगत किया जाएगा। इस परियोजना पर लगभग 138 करोड़ रुपए की लागत आने की सम्भावना है।
प्रवक्ता ने कहा कि लखनऊ-कानपुर मार्ग पर चैधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से चारबाग रेलवे स्टेशन तक उपरिगामी मेट्रो रेल लाइन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। लखनऊ प्रदेश की राजधानी है। इसके महत्व और भव्यता को देखते हुए मेट्रो रेल रूट के दोनों तरफ स्थित बिजली आपूर्ति व्यवस्था को भूमिगत किया जाना आवश्यक है। इससे शहर की सुन्दरता तो बढ़ेगी ही, बाधारहित विद्युत आपूर्ति भी सुनिश्चित की जा सकेगी। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री ने यह फैसला लिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि परियोजना हेतु विस्थापन कार्य के तहत मेट्रो रूट के एक तरफ 9.5 कि0मी0 तथा दूसरी तरफ 7.5 कि0मी0 केबल टेªंच का निर्माण कराया जाएगा। टेªेंच में 33 के0वी0 की 16.3 कि0मी0, 11 के0वी0 की 43.6 कि0मी0 तथा इससे सम्बन्धित एल0टी0 केबलों को डाला जाएगा। इसके अलावा पहले से स्थापित खुले ट्रांसफाॅर्मरों के स्थान पर 1000 के0वी0ए0 के 19 तथा 750 के0वी0ए0 के 32 पैकेज टाइप ट्रांसफाॅर्मर लगाए जाएंगे। परियोजना हेतु लखनऊ-कानपुर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-25) के दोनों तरफ सड़क के किनारे केबल टेªंच बनाने के लिए भूमि लोक निर्माण विभाग/राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण/नगर निगम द्वारा उपलब्ध करायी जाएगी।