लखनऊ: गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार श्री अमित शाह जी ने आज जनपद आजमगढ़ में आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। 49.42 एकड़ क्षेत्रफल में विस्तृत इस विश्वविद्यालय की लागत 108 करोड़ रुपए है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजमगढ़ मंे विश्वविद्यालय की स्थापना परिवर्तन की शुरुआत है। इससे शिक्षित होकर आजमगढ़ के युवा देश के विकास के काम में लगेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आजमगढ़ की भूमि को मां सरस्वती का धाम बनाने का काम किया है। उन्हांेने मुख्यमंत्री जी को आजमगढ़ विश्वविद्यालय का नाम प्रदेश की धरती से विदेशी आक्रांताओं को खदेड़ने वाले महाराजा सुहेलदेव के नाम पर रखे जाने का सुझाव दिया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के 60 करोड़ गरीबों के कल्याण का कार्यक्रम हाथ में लेकर उन्हें आवास, बिजली, शौचालय, रसोई गैस, शुद्ध पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराया है। प्रधानमंत्री जी देश को विश्व की एक बड़ी ताकत बनाना चाहते हैं। 130 करोड़ आबादी वाले देश को दुनिया में उचित मान-सम्मान दिलाना चाहते हैं। उन्होंने संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाकर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत का अभिन्न अंग बनाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि जब इरादे मजबूत हों, तो कोई भी काम आसान हो जाता है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में घोषणा पत्र में उत्तर प्रदेश में 10 नये विश्वविद्यालय बनाने का वादा किया गया था। विगत लगभग 05 वर्षाें में 10 नये विश्वविद्यालय-मां शाकुम्भरी विश्वविद्यालय सहारनपुर, राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय अलीगढ़, राज्य विश्वविद्यालय आजमगढ़, अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ, राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज, मेजर ध्यानचन्द खेल विश्वविद्यालय मेरठ, युनाइटेड विश्वविद्यालय प्रयागराज, गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर तथा उत्तर प्रदेश स्टेट इन्स्टीट्यूट ऑफ फॉरेन्सिक साइंसेज की स्थापना की गयी है। इसके अलावा, अनेक शिक्षण संस्थान खोले गये। उच्च शिक्षा के लिए डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना की गयी। जिसमें 75 हजार से अधिक ई-कन्टेण्ट उपलब्ध हैं। प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को अमली जामा पहनाने का कार्य किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री जी ने विगत 05 वर्षाें में विकास की दृष्टि से व्यापक परिवर्तन किया है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में निष्पक्ष, पारदर्शी और न्यायपूर्ण व्यवस्था स्थापित की है। जातिवाद, परिवारवाद और तुष्टिकरण पर पूर्ण विराम लगाकर सम्पूर्ण समाज के विकास के लिए काम किया है। वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश देश की छठवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी। वर्तमान में यह दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश की जी0डी0पी0 को 10 लाख 90 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 21 लाख 31 हजार करोड़ रुपये पर पहुंचाया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी ने कहा कि विगत लगभग 05 वर्षाें में प्रदेश में बेरोजगारी की दर 17.5 प्रतिशत से कम होकर 4.1 प्रतिशत हो गयी है। प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 10 से बढ़कर वर्तमान में 40 तथा मेडिकल की सीटें 1,200 से बढ़कर 3,200 हो गयी हैं। राज्य सरकार ने किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी उपज की खरीद की। इससे राज्य में खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री जी के कार्यकाल में हवाई अड्डों की संख्या में वृद्धि हुई है। पहले प्रदेश में 02 एक्सप्रेस-वे थे, अब 05 नये बन चुके हैं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश को माफियाराज से मुक्ति दिलायी और कानून का राज स्थापित किया है। हजारों एकड़ भूमि माफिया से मुक्त कराकर विकास के कार्य में लगायी गयी है। राज्य में सुदृढ़ कानून व्यवस्था से बहन-बेटियां अपने आप को सुरक्षित महसूस करती हैं। केन्द्र सरकार द्वारा लागू की गयी गरीब कल्याण की योजनाओं को प्रदेश की वर्तमान सरकार ने धरातल पर उतारा है। लाखों की संख्या में गरीबों को आवास दिये गये हैं। बिजली, शौचालय, 05 लाख रुपये तक चिकित्सा की सुविधा देने का कार्य हुआ है। अब हर घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य हो रहा है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश को माफिया के साथ मच्छर से भी मुक्त किया है। प्रधानमंत्री जी द्वारा लागू किये गये स्वच्छ भारत अभियान को प्रभावी ढंग से संचालित कर पूर्वी उत्तर प्रदेश को मच्छर मुक्त किया गया, इससे पूर्वांचल में होने वाला दिमागी बुखार का प्रकोप समाप्त हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय 49.42 एकड़ में बनाया जा रहा है। इसके प्रथम चरण की लागत 108.05 करोड़ रुपए है। इस परियोजना की अवधि 18 माह है और निर्माण कार्य को जून, 2023 तक पूर्ण कर लिया जायेगा। विश्वविद्यालय का निर्माण कराने वाली कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार के कार्यकाल में आजमगढ़ की नई पहचान बनी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय से आजमगढ़ व मऊ जनपद के 400 महाविद्यालयों को सम्बद्ध किया जाएगा, जिससे 2.66 लाख विद्यार्थियों को उनकी डिग्री आजमगढ़ राज्य विश्वविद्यालय से मिलेगी। आजमगढ़ विश्वविद्यालय में नये-नये पाठ्यक्रम प्रारम्भ किये जायेंगे। इससे आजमगढ तथा मऊ के नौजवानों को रोजगार के बेहतर अवसर सुलभ हो सकंेगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के नौजवानों के लिए स्मार्टफोन एवं टैबलेट वितरण की योजना ला रही है। इससे प्रदेश के नौजवान स्मार्ट बनेंगे। उन्हें ऑनलाइन शिक्षा की सुविधा सरलता से उपलब्ध हो सकेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्र व राज्य सरकार ने जनता से किये वादों को पूरा किया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे आजमगढ़ के विकास के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की धुरी बनेगा। आजमगढ़ में एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। यहां राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना जनपद आजमगढ़ के विकास को नया आयाम देगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने 4.5 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी एवं 03 लाख युवाओं को संविदा के आधार पर नौकरी दी है। इस प्रकार अब तक 7.5 लाख युवाओं को बिना भेदभाव के निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ नियोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा कानून व्यवस्था का बेहतर वातावरण बनाने से महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। उनका हौसला बढ़ा है। राज्य सरकार ने विकास एवं गरीब कल्याण की योजनाएं प्रभावी ढंग से लागू कीं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में अभूतपूर्व ढंग से कोरोना प्रबन्धन का कार्य हुआ। आजमगढ़ जनपद में वापस आये 01 लाख श्रमिकों को रेल व परिवहन निगम की बसों के माध्यम से सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाया गया। उनकी निःशुल्क जांच, उपचार, राशन आदि की व्यवस्था की गयी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत पूरे देश में 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन दिया गया एवं प्रदेश में 15 करोड़ पात्र व्यक्तियों को राशन का वितरण किया गया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को आगे बढ़ाते हुए होली तक अन्त्योदय कार्डधारकों को 35 किलों राशन मुफ्त एवं उसके साथ 01 किलो दाल, 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो चीनी, 01 किलो नमक मुफ्त दिया जायेगा। साथ ही, पात्र गृहस्थी कार्डधारकों को प्रति यूनिट 05 किलो की दर से निःशुल्क राशन दिया जायेगा। इसके अलावा, 01 किलो दाल, 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो चीनी, 01 किलो नमक भी निःशुल्क दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने मुफ्त राशन उपलब्ध कराने के साथ ही कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि अभी भी जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवायी है, वे कोरोना वैक्सीन लगवा लें। साथ ही, अपने आस-पास के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें, जिससे कोरोना संक्रमण को पूरी तरह समाप्त किया जा सके। उन्होंने जनता से प्रधानमंत्री जी के जीवन व जीविका बचाने के अभियान को सफल बनाकर एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने में योगदान करने की अपील की।
शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री, भारत सरकार श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत पूर्वांचल की इस पवित्र धरती पर आज राज्य विश्वविद्यालय की नींव रखी जा रही है। 21वीं सदी ज्ञान की सदी है। भारत के विश्वगुरु बनने की सदी है। यह तब सम्भव होगा, जब प्रदेश के नौजवान पढ़-लिखकर खुद को एक योग्य व्यक्ति के रूप में तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य की डबल इंजन की सरकार गरीबों, वंचितों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करके उनके कल्याण का कार्य कर रही है। इससे समाज विकसित हो रहा है।
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि आज का दिन जनपद आजमगढ़ के लिए ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री जी ने आजमगढ़ की जनता को राज्य विश्वविद्यालय का एक महान उपहार दिया है। यह उपहार शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने वाला है। यह विश्वविद्यालय पूर्वांचल का एक ऐसा विश्वविद्यालय होगा, जिसमें रोजगारपरक शिक्षा होगी। यहां नर्सिंग, फार्मेसी, कम्प्यूटर एवं विभिन्न रोजगारपरक पाठ्यक्रम संचालित होंगे।
इस अवसर पर जनपद के प्रभारी मंत्री प्रदेश के गन्ना विकास एवं चीनी मिलें मंत्री श्री सुरेश राणा, उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्रीमती नीलिमा कटियार, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्रदेव सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।