लखनऊ: केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां महर्षि यूनिवर्सिटी आॅफ इन्फाॅर्मेशन टेक्नोलाॅजी में आयोजित एक कार्यक्रम में 3300 करोड़ रुपये से अधिक की 02 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं तथा लखनऊ के विकास से सम्बन्धित 475 करोड़ रुपये की 164 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। लोकार्पित 02 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में लखनऊ-सीतापुर खण्ड के मड़ियांव आई0आई0एम0 क्राॅसिंग पर नवनिर्मित 04 लेन एलीवेटेड काॅरिडोर एवं अलीगढ़ कानपुर खण्ड के नवीगंज से मित्रसेनपुर तक 04 लेन चैड़ीकरण का लोकार्पण सम्मिलित है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने लोगों के सपने को साकार किया है। आज 3300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण किया जा रहा है। लोकार्पित परियोजनाओं में 02 राजमार्गाें के साथ ही, लखनऊ के विकास से सम्बन्धित लगभग 500 करोड़ रुपये की परियोजनाएं सम्मिलित हैं। लखनऊ के विकास की परियोजनाओं में सड़क, फ्लाईओवर, नगरीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य क्षेत्रों से सम्बन्धित कार्य शामिल हैं। यह कार्य लखनऊवासियों के जीवन में व्यापक परिवर्तन का माध्यम बनेंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का मानना है कि विकास का कोई विकल्प नहीं है। विकास ही युवाओं को नई दिशा दे सकता है। उनको रोजगार के साथ स्वावलम्बन की ओर अग्रसर कर सकता है, इसी तर्ज पर आज लखनऊ आगे बढ़ रहा है। श्रद्धेय अटल जी ने लखनऊ के विकास का जो सपना देखा था, रक्षा मंत्री जी ने उसे धरातल पर उतारने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की लखनऊ के विकास की समृद्ध विरासत को नयी ऊँचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उसका नेतृत्व कर रहे हैं। लखनऊ उनकी कर्मभूमि है। उनके प्रयासों से लखनऊ व प्रदेशवासियों को अनेक परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में गडकरी जी ने देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के एक नये युग का सूत्रपात किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 के पहले के भारत और वर्ष 2014 के बाद के भारत में अन्तर स्पष्ट दिखायी देता है। पहले के भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर था। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय में 04, 06 तथा 08 लेन की जो सड़कें बनीं थीं। उसके बाद कोई भी नया प्रोजेक्ट आगे नहीं बढ़ पा रहा था। सरकार अनिर्णय का शिकार थी। भ्रष्टाचार ने आमजनमानस में अविश्वास पैदा कर दिया था। इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर होगा तो विकास नहीं होगा। विकास नहीं होगा, तो रोजगार भी नहीं आएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पिछले 09 वर्षाें में सुरक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हो गया है। आज दुश्मन टेढ़ी निगाह से भारत की ओर नहीं देख सकता। वर्तमान में प्रदेश में ही डिफेंस मैनुफैक्चरिंग काॅरिडोर के अन्तर्गत मेक इन इण्डिया की परिकल्पना को साकार करते हुए लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल का उत्पादन होने जा रहा है। वर्तमान में भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। वाह्य एवं आन्तरिक सुरक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व परिवर्तन हुआ है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2014 से पहले किसान शोषण का शिकार था। उसे उपज का उचित मूल्य नहीं मिलता था। वह प्राकृतिक आपदा के साथ-साथ तत्कालीन सरकारों के अनिर्णय एवं भ्रष्टाचार से भी परेशान था। वर्तमान में पारदर्शी व्यवस्था के कारण किसानों के जीवन में गुणात्मक परिवर्तन हुआ है। मण्डी की व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन तथा समय से कम्पन्सेशन की राशि के सीधे खाते में पहुंचने से किसान की आमदनी को कई गुना बढ़ाने में मदद मिली है।
कार्यक्रम को केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने सम्बोधित करते हुए कहा कि लखनऊ आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। कई वर्ष पहले लखनऊ के विकास की जो समग्र रूपरेखा तैयार की गयी थी, उसी के अनुरूप विकास कार्याें को अंजाम दिया जा रहा है। इसी श्रृंखला में आज 10वें फ्लाई ओवर के लोकार्पण के साथ ही विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश का जो आज एक नया अध्याय लिखा जा रहा है, इसमें प्रधानमंत्री जी के विजन एवं मुख्यमंत्री जी के मिशन दोनों का भरपूर योगदान है। मुख्यमंत्री जी ने नये उत्तर प्रदेश के निर्माण का जो लक्ष्य रखा है, उसे पूरा करने में वे पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं। प्रदेश को वन ट्रिलियन डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने का कार्य के कार्य में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के माध्यम से केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री का सहयोग भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश में जिस तरह कार्य हो रहा है, उससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था वन ट्रिलियन डाॅलर की बनकर रहेगी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर तेजी से डेवलप हो रहा है। प्रदेश में 06 एक्सपे्रस-वे आॅपरेशनल हैं। 08 एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो रहा है। इस समय राज्य में 03 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हैं। आने वाले समय में प्रदेश में 05 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएंगे। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने देश में आधारभूत ढांचे के विकास में क्रांति लाने का कार्य किया है। श्री गडकरी ने अपने कार्य के माध्यम से जितनी लोकप्रियता हासिल की है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी वर्ष 2047 तक देश की अर्थव्यवस्था का आकार दुनिया में सभी देशों से बड़ा करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, ऐसे ही आगे बढ़ता रहा तो इस लक्ष्य को प्राप्त करने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। वर्ष 2013-14 में अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में देश, दुनिया में 11वंे स्थान पर था। यह विगत 09 वर्ष में दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। परचेजिंग पावर के मामले में देश तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। दुनिया की जानी-मानी वित्तीय फर्म माॅर्गन स्टेनले ने कहा है कि वर्ष 2027 तक भारत दुनिया के टाॅप-थ्री देशों में सम्मिलित होगा।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ को वल्र्ड क्लास सिटी बनाने के लिए वल्र्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए। इसमें सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा मुख्यमंत्री जी का भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ है। आज यहां लोकार्पित हुआ फ्लाई ओवर लखनऊ-सीतापुर-जम्मू हाईवे एन0एच0-24 को लखनऊ-हरदोई-शाहजहांपुर एन0एच0-31 को जोड़ने वाले जंक्शन को जाम से मुक्त करेगा। इसके अलावा जनपद में जिन फ्लाई ओवरों का निर्माण कार्य चल रहा है, इनमें 180 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा 02 किलोमीटर लम्बाई का खुर्रमनगर फ्लाई ओवर तथा सेक्टर-25 के आगे से प्रारम्भ होकर मुंशीपुलिया होते हुए 170 करोड़ रुपये की लागत से बन रही लगभग 02 किलोमीटर लम्बाई की एलीवेटेड रोड सम्मिलित है। इसके अतिरिक्त, केसरीखेड़ा, पारा, सूर्यनगर, खरगापुर, भरवारा, पिपराघाट पर रेल ओवर ब्रिज/अण्डर पास का निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारम्भ हो जाएगा।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि लखनऊ पश्चिम के निवासियों के लिए रेल आवागमन की विशिष्ट सुविधा हेतु सेटेलाइट स्टेशन के रूप में विकसित किये गये आलमनगर सेटेलाइट स्टेशन का भी आज लोकार्पण हो गया है। इससे रेल यात्रियों को यहां से चढ़ने-उतरने की सुविधा प्राप्त होगी तथा चारबाग रेलवे स्टेशन पर से दबाव कम होगा। लखनऊ मध्य, कैण्ट, लखनऊ पूरब, लखनऊ पश्चिम, लखनऊ उत्तर विधान सभा क्षेत्रों में 39 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत कम्युनिटी कम कल्चर सेन्टर का शिलान्यास किया गया है।
कोरोना कालखण्ड में सांसद निधि से इन्दिरा नगर व टूड़ियागंज में स्वास्थ्य केन्द्र में चिकित्सीय उपकरण वाॅर्ड सुविधाएं हेतु धनराशि स्वीकृत की गयी थी। आज जानकीपुरम विस्तार एवं इन्दिरानगर ट्राॅमा सेन्टर के साथ ही केन्द्रीय अनुसंधान एवं औषधि केन्द्र होम्योपैथिक हाॅस्पिटल का लोकार्पण किया गया है। गोमतीनगर में विश्वस्तरीय रेलवे टर्मिनल, चारबाग रेलवे स्टेशन का उच्चीकरण, पूर्वाेत्तर रेलवे चारबाग के उच्चीकरण सहित लखनऊ में रेलवे की विभिन्न योजनाओं पर कार्य हुआ है।
केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2018-19 में पूरे देश में एयर टैªफिक फुट फाल मंे औसत वृद्धि 14 प्रतिशत थी। लखनऊ मंे एयर टैªफिक फुट फाल मंे 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो उस वर्ष देश में सर्वाधिक थी। लखनऊ एयरपोर्ट में 02 उच्चीकृत टर्मिनल बनने से एयर टैªफिक हैण्डलिंग क्षमता 55 लाख से बढ़ाकर प्रतिवर्ष 01 करोड़ करने हेतु 1300 करोड़ रुपये की परियोजना शीघ्र ही पूरी होने जा रही है। जनपद में डी0आर0डी0ओ0 लैब की स्थापना की जा रही है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि लखनऊ देश का प्रमुख शहर है। रामायण काल से ही इस शहर का महत्व है। भगवान श्रीराम के अनुज लक्ष्मण जी के नाम पर यह शहर है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन व मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है। उत्तर प्रदेश की सड़कें अच्छी बन गयी हैं। प्रदेश सरकार ने राज्य में बड़ी मात्रा में निवेश लाने का कार्य किया है। प्रदेश में लगभग 10 लाख करोड़ रुपये के निवेश के नये उद्योग शुरू हो रहे हैं। निवेशक प्रमुख रूप से बिजली, पानी, परिवहन एवं कम्युनिकेशन को देखते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इन्फ्रास्ट्रक्चर अच्छा होगा तो उद्योग आएंगे, पूंजीगत निवेश बढ़ेगा। परिणामस्वरूप रोजगार में भी वृद्धि होगी तथा गरीबी दूर होगी।
श्री गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब बीमारू राज्य नहीं है। उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर निरन्तर अग्रसर है। विकास के लिए अच्छी सड़कें होना एक आवश्यक शर्त है। वर्ष 2024 की समाप्ति तक उत्तर प्रदेश में 05 लाख करोड़ रुपये के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट के कार्य सम्पन्न होंगे और कुछ नये कार्यों का शुभारम्भ भी होगा। इन 10 वर्षों में हमने डेढ़ लाख करोड़ रुपये की लागत से 06 हजार कि0मी0 की सड़कों को बनाने का कार्य किया है। लगभग सवा लाख करोड़ रुपये की लागत से 03 हजार कि0मी0 की सड़क के निर्माण का कार्य चल रहा है। लगभग 80 हजार करोड़ रुपये की लागत से 3500 कि0मी0 की सड़क के डी0पी0आर0 बन रहे हैं। भविष्य की योजनाओं में 01 लाख 50 हजार करोड़ रुपये की लागत की 120 परियोजनाओं पर हम अध्ययन कर रहे हैं।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने जनपद लखनऊ के गोसाईगंज क्षेत्र, लखनऊ-सीतापुर रोड के सिधौली कस्बे व जनपद सीतापुर में बिसवां व सीतापुर स्टेशन के मध्य आर0ओ0बी0 सहित कुल 20 से 22 आर0ओ0बी0 बनाए जाने की घोषणा की। उन्होंने इंजीनियरिंग काॅलेज चैराहे पर फ्लाईओवर बनाए जाने की मंजूरी प्रदान की। उन्होंने कहा कि अक्टूबर, 2023 के पहले लखनऊ के रिंग रोड (किसान पथ) का शुभारम्भ होगा।
श्री गडकरी ने कहा कि कानपुर से लखनऊ के मध्य 05 हजार करोड़ रुपये की लागत से 63 कि0मी0 लम्बे 06 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जा रहा है। इससे लखनऊ से कानपुर की दूरी आधा घण्टे में तय की जा सकेगी। इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का 25 प्रतिशत निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य वर्ष 2025 के पहले पूरा किया जाएगा। गोरखपुर से शामली के मध्य 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से 840 कि0मी0 लम्बा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेस-वे गोरखपुर, बहराइच, बलरामपुर, अयोध्या, सीतापुर, शाहजहांपुर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर व मेरठ से होते हुए शामली को जोड़ेगा। यह एक्सप्रेस-वे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर सिलिगुड़ी एक्सप्रेस-वे से भी जुड़ेगा।
इसके अलावा, 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से 04 लेन भोपाल-कानपुर इकोनाॅमिक काॅरिडोर बनाया जाएगा। इस इकोनाॅमिक काॅरिडोर की लम्बाई 411 कि0मी0 होगी। इससे कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी व भोपाल के मध्य कनेक्टिविटी अच्छी हो जाएगी और कानपुर से भोपाल की दूरी 15 घण्टे के स्थान पर 07 घण्टे में पूरी होगी। गोरखपुर से सिलिगुड़ी के मध्य 25 हजार करोड़ रुपये से 06 लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का शीघ्र ही डी0पी0आर0 बनाया जाएगा। 06 हजार करोड़ रुपये की लागत से 135 कि0मी0 लम्बे 04 लेन गाजीपुर से बलिया-माझीघाट ग्रीन फील्ड लिंक एक्सप्रेस-वे निर्मित कराया जाएगा। एक एक्सप्रेस-वे बलिया को पूर्वान्चल एक्सप्रेस-वे से जोड़ेगा।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि वाराणसी से कोलकाता तक 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से ग्रीन फील्ड हाइवे निर्मित कराया जा रहा है। यह हाइवे प्रदेश के जनपद चन्दौली से शुरू होकर बिहार, झारखण्ड होते हुए कोलकाता तक जाएगा। इस हाइवे के बन जाने से वाराणसी से हावड़ा की दूरी 07 घण्टे में पूरी की जा सकेगी। वाराणसी-औरंगाबाद-चोरबा इकोनाॅमिक काॅरिडोर का निर्माण कार्य दिसम्बर, 2023 तक पूरा हो जाएगा। दिल्ली-देहरादून हाइवे का उद्घाटन दिसम्बर, 2023 में किया जाएगा। 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस हाइवे से प्रदेश के बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर व सहारनपुर में अच्छी कनेक्टिविटी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश के विकास को एक नयी दृष्टि दी है। उत्तर प्रदेश के एथनाॅल से अब केवल गाड़ियां ही नहीं चलेंगी, बल्कि आने वाले समय में दुनिया के जहाज भी उड़ेंगे। इण्डियन आॅयल प्रदेश में एथनाॅल का प्लाण्ट लगाने जा रहा है। अब किसान अन्नदाता के साथ ऊर्जादाता भी बनेंगे। कृषि का विविधीकरण ऊर्जा क्षेत्र की जरूरत है। प्रदेश के गन्ना किसानों का भविष्य बदलने के लिए प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने जो नीतियां बनायी हैं, उसके आधार पर मुख्यमंत्री जी व उनकी सरकार ने जो निर्णय लिए हैं, उनसे किसानों को काफी फायदा मिला है। प्रदेश के गन्ना किसानों को समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है।
श्री गडकरी ने कहा कि एथनाॅल के साथ मेथेनाॅल, बायो सी0एन0जी0, बायो एल0एन0जी0, इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन हमारा भविष्य है। उत्तर प्रदेश आने वाले समय में हाईड्रोजन निर्माण की दिशा में अग्रसर हो। हमारा देश ऊर्जा का आयात करने वाला नहीं, बल्कि ऊर्जा का निर्यात करने वाला देश बनेगा। गांव के युवाओं को रोजगार मिलेगा। उत्तर प्रदेश सुखी, समृद्ध व सम्पन्न होगा। मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था में बेहतर सुधार किए हैं। इसके लिए पूरे देश की जनता उनका धन्यवाद करती है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जो कहती है, वह करती है। हम जो करेंगे, वही कहेंगे, यही हमारी नीति है।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री सेवानिवृत्त जनरल डाॅ0 वी0के0 सिंह ने कहा कि डबल इंजन की सरकार उत्तर प्रदेश में सड़कों का संजाल बिछा रही है। आने वाले समय में एक्सप्रेस-वे, हाइवे, राजमार्गों का अधिक संख्या में निर्माण होगा, जिससे लोगों को आवागमन में और सुविधा मिलेगी।
कार्यक्रम को केन्द्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री कौशल किशोर, उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक एवं प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री असीम अरूण, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।