नई दिल्ली: दिल्ली की जनता को कोविड संक्रमण में राहत प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार निरंतर कटिबद्ध है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह दिल्ली में कोविड की स्थिति की स्वयं निगरानी कर रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में दिल्ली में कोविड की स्थिति के संदर्भ में आयोजित बैठकों में दिये गये निर्देशों के अनुसार राजधानी दिल्ली के 242 कंटेन्मेंट ज़ोन में घर-घर स्वास्थ्य सर्वे का काम कल पूरा हो गया। इसमें कुल 2.3 लाख लोगों का सर्वे किया गया।
इसके अलावा दिल्ली में टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने और जाँच के नतीजे जल्द देने के केन्द्रीय गृहमंत्री के निर्देशानुसर कल से रैपिड ऐंटिजन प्रणाली से जाँच शुरू की गयी है। 193 टेस्टिंग केंद्रों पर कुल 7040 लोगों की जाँच की जा चुकी है।आगामी दिनों में टेस्टिंग की संख्या और बढ़ाई जाएगी। साथ ही श्री अमित शाह द्वारा लिए गए निर्णयों के बाद सैम्पल टेस्टिंग तुरन्त दोगुनी की जा चुकी है। दिल्ली में 15 से 17 जून के दौरान 27263 जाँच नमूने लिए गए हैं जबकि इससे पहले प्रतिदिन 4000-4500 सैम्पल लिए जाते थे।
दिल्ली की जनता को राहत प्रदान करने के लिए गृह मंत्री श्री अमित शाह ने दिल्ली में निजी अस्पतालों द्वारा कोविड मरीज़ों के लिए विभिन्न श्रेणियों जैसे-आइसोलेशन बेड्स, वेंटिलेटर के बिना आईसीयू(ICU) और वेंटिलेटर के साथ आईसीयू (ICU) के 60 प्रतिशत बेड्स की दरें निर्धारित करने के लिए नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वी के पॉल की अध्यक्षता में एक कमिटी गठित की थी।
दिल्ली के निजी अस्पतालों में कोविड-19 उपचार की नई दरें
कमिटी ने सभी निजी अस्पतालों (निजी अस्पताल NABH से अधिकृत है या नही इस पर निर्भर) में आइसोलेशन बेड्स के लिए (पीपीई और दवाइयों सहित) 8000-10000 प्रतिदिन, आईसीयू (ICU) वेंटिलेटर के बिना (पीपीई और दवाइयों सहित) 13,000-15,000 प्रतिदिन और आईसीयू (ICU) वेंटिलेटर के साथ (पीपीई और दवाइयों सहित) के लिए 15,000-18,000 रुपये प्रतिदिन की सिफ़ारिश की है। अभी इनके लिए 24,000-25,000(पीपीई के बिना), 34,000-43,000(पीपीई के बिना) और 44,000-54,000 (पीपीई के बिना) रुपये लिए जाते हैं।