लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा व सहायता हेतु भूमि को अधिक उपजाऊ बनाने तथा खेतों में रिकार्ड फसलों के उत्पादन हेतु मिट्टी की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने, भूमि में सुधार लाने के लिये प्रत्येक वर्ष किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच मृदा परीक्षण अभियान के तहत कराने की सुदृढ़ व्यवस्था की है।
कृषि विभाग द्वारा प्रदेश के सभी जनपदों के किसानों को मृदा परीक्षण अभियान के प्रति जागरूक करके उन्हें मृदा परीक्षण कराने के लिए प्रेरित किया जाता है। मिट्टी की जांच के बाद जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु जैविक खादों तथा अन्य उर्वरकों को खेतों में डालने के लिए जनपदों के कृषि अधिकारियों तथा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सहयोग दिया जाता है। मृदा परीक्षण अभियानों तथा किसानों की जागरूकता के फलस्वरूप खेतों की मिट्टी का उपचार हुआ है जिससे खेतों की उर्वराशक्ति में वृद्धि होने के साथ ही फसलोंत्पादन में भी रिकार्ड उत्पादन होने लगा है जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान सरकार के तीन साल के कार्यकाल में कुल 10213084 (एक करोड़ दो लाख से अधिक) मिट्टी के नमूनों का मृदा परीक्षण किया गया। वित्तीय वर्ष 2012-13 में 34.65 लाख से अधिक मृदा नमूनों का परीक्षण किया गया। वित्तीय वर्ष 2013-14 में 32.48 लाख से अधिक मृदा नमूनों का परीक्षण किया गया तथा वित्तीय वर्ष 2014-15 में 34.98 लाख से अधिक मिट्टी के नमूनों का परीक्षण करके भूमि को उर्वरक बनाने का कार्य कृषि अधिकारियों तथा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किया गया।