नई दिल्ली: भारत में खेलों के विकास के लिए भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और देश के अन्य विभिन्न खेल परिसंघों में पारदर्शिता और सुशासन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए सरकार ने समय-समय पर विभिन्न निर्देश जारी करने के साथ-साथ कई कदम उठाए हैं । वर्ष 2001 तक जारी किए गए सभी आदेश / सूचनाएं / निर्देश / परिपत्र आदि को आवश्यक संशोधनों के साथ भारतीय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता (एनएसडीसीआई), 2011 शीर्षक से विस्तृत कोड का रूप दे दिया गया और यह 31-01-2011 से तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है।
उसके बाद से खेल संस्थाओं के कामकाज में और अधिक जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के लिए खेल क्षेत्र बहुत से काम किये गये हैं। इसलिए, एनएसडीसीआई के विभिन्न प्रावधानों में संशोधन के लिए इसकी फिर से जांच और एनएसडीसीआई के उचित प्रावधानों में उपयुक्त संशोधन किए जाने की आवश्यकता है।
एनएसडीसीआई का संशोधित मसौदा तैयार करने और विचार-विमर्श करने के लिए एक कार्य समूह गठित करने का फैसला किया गया है। कार्य समूह की संरचना इस प्रकार है: –
1. | माननीय न्यायमूर्ति सी.के. महाजन (सेवानिवृत्त), दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश,
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अध्यक्ष
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2. | श्रीमती पल्लवी श्रॉफ, अधिवक्ता
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सदस्य
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3. | श्री अजीतपाल सिंह, भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान
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सदस्य
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4. | अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित, सुश्री इंदु पुरी, टेबल टेनिस खिलाड़ी
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सदस्य
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5. | सुश्री नीरू भाटिया, खेल पत्रकार
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सदस्य
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6. | श्री ओंकार केडिया,
युवा मामले और खेल मंत्रालय में संयुक्त सचिव
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सदस्य
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7. | लेफ्टिनेंट जनरल राजीव भल्ला, युवा मामले और खेल मंत्रालय में सलाहकार
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सदस्य
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8. | भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष, भारतीय ओलंपिक संघ के महासचिव
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सदस्य
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9. | भारतीय खेल प्राधिकरण के सचिव
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सदस्य, सचिव |
कार्य समूह के संदर्भ का क्रम इस प्रकार होगा :-
(1) खेल प्रशासन और कानूनी दृष्टिकोण से मौजूदा एनएसडीसीआई की जांच, इसे और अधिक सटीक और संक्षिप्त बनाने के उद्देश्य के साथ संशोधन करना।
(2) चुनावी कॉलेज की तैयारी हेतू विशिष्ट सिफारिश करने और राज्य/जिला निकायों को व्यवस्थित बनाना।
(3) सही समझी जाने वाली अन्य सिफारिशें करना।