नई दिल्ली: केन्द्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय आधुनिक कला दीर्घा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी पर आधारित प्रदर्शनी को देखा।
इस अवसर पर श्री पटेल ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री है, जिन्होंने यह निर्णय लिया है कि उन्हें मिले सभी उपहारों की नीलामी की जाएगी और इस धनराशि का उपयोग नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए किया जाएगा। संस्कृति मंत्री ने कहा कि इन उपहारों को मौद्रिक मूल्य में नहीं, बल्कि भावनात्मक मूल्य के रूप में देखा जाना चाहिए।
श्री पटेल ने कहा कि उपहारों की नीलामी का यह दूसरा चरण है। उपहारों की ई-नीलामी www.pmmementos.gov.in वेब पोर्टल पर 14 सितम्बर से 3 अक्टूबर, 2019 तक चलेगी। मीडिया से बातचीत करते हुए श्री पटेल ने कहा कि लगभग 2700 स्मृति चिन्हों की ई-नीलामी की जाएगी। उपहारों में पेंटिंग, स्मृति चिन्ह, शॉल, पगड़ी, जॉकेट, पारम्परिक वाद्य यंत्र और मूर्तियां शामिल हैं। स्मृति चिन्हों का न्यूनतम और अधिकतम मूल्य क्रमश: 200 रुपये तथा 2.5 लाख रुपये है।
श्री पटेल ने जानकारी दी कि स्मृति चिन्हों में 576 शॉल, 964 अंग वस्त्रम्, 88 पगड़ी और जैकेट है जो देश की विभिन्नता को दर्शाते है। नीलामी से प्राप्त धनराशि को नमामि गंगा कार्यक्रम में सहायता राशि के रूप में दिया जाएगा।