देहरादून: दुनिया में मोम की कलाकृतियों का सबसे बड़ा आकर्षण मैडम तुसाद अपने प्रशंसकों के लिये एक नई रोमांचक जगह-डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया, नोएडा में बिलकुल नये अवतार में लौट आया है। नई जगह पर इस आकर्षण का नाम होगा मैडम तुसाद इंडिया और यह प्रशंसकों को 360 सेट्स और अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के माध्यम से अपने चहेते सेलीब्रिटीज और उनकी शोहरत के सबसे यादगार पलों का अनुभव करीब से लेने का मौका देने के लिये तैयार है। डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया, नोएडा की नई जगह पर खेलकूद, मनोरंजन, इतिहास और संगीत के क्षेत्रों की अग्रणी भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय शख्सियतों के लगभग 50 फिगर प्रदर्शित होंगे।
मैडम तुसाद पहली बार लंदन में 1835 में खुला था और इसके पास 200 वर्षों से ज्यादा की धरोहर और विरासत है। मैडम तुसाद में हर फिगर ऐसे शिल्पकारों की विशेषज्ञता से बने होते हैं, जो प्रसिद्ध मैरी तुसाद जैसी तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं। एक जीवंत फिगर बनाने में एक कलाकार को न्यूनतम 12 सप्ताह लगते हैं और इस दौरान शरीर के 500 सटीक मापन लिये जाते हैं, असली बाल लगाये जाते हैं, त्वचा के सही रंग के लिये पेंट की कई परतें चढ़ाई जाती हैं, आदि। यह पूरी प्रक्रिया वह बेजोड़ हूबहू एहसास देती है, जिसके कारण मैडम तुसाद दो सदियों से ज्यादा समय से दुनियाभर में मशहूर है।
मोम की कलाकृतियों का यह विश्व-प्रसिद्ध आकर्षण पहले दिल्ली के कनॉट प्लेस में 2017 में खुला था। दिल्ली में मैडम तुसाद के संस्करण ने सितारों से भरी अपनी गैलरी के जरिये कई वर्षों तक सफलतापूर्वक शानदार शोहरत पाई थी। डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया, नोएडा में नई जगह पर मैडम तुसाद इंडिया अपने अतिथियों के लिये कोविड के व्यापक प्रोटोकॉल्स के साथ एक सुरक्षित और सितारों से भरे अनुभव की पेशकश करेगा।
रॉब स्मिथ, प्रभागीय निदेशक, मिडवे एशिया पैसिफिक, मर्लिन एंटरटेनमेन्ट्स ग्रुप, ने यह कहते हुए भारत में मैडम तुसाद के दोबारा खुलने पर अपनी आशा व्यक्त की, “हम भारत की सांस्कृतिक रूप से समृद्ध धरती पर मैडम तुसाद की महानता को वापस लाते हुए वाकई उत्साहित हैं। मोम की कलाकृतियों का हमारा यह आकर्षण बड़े पैमाने पर भारत के लोगों के लिये मनोरंजन का एक नया अध्याय खोलेगा और उन्हें शोहरत का निर्णायक अनुभव देगा तथा रेड कार्पेट पर ले जाएगा। भारत हमारे लिये एक महत्वपूर्ण बाजार है और यहाँ मैडम तुसाद के दोबारा खुलने से इस शानदार नई जगह पर अतिथियों के मनोरंजन का रास्ता साफ होगा और हमारे अतिथियों को मोम की कलाकृतियों के एक विश्व-प्रसिद्ध आकर्षण का दौरा करने का सबसे निर्णायक सेलीब्रिटी अनुभव मिलेगा। चूंकि भारतीय यात्री विदेशी गंतव्यों में लौट रहे है, इसलिये हमें आशा है कि मैडम तुसाद इंडिया दुनिया के अन्य देशों में मैडम तुसाद के आकर्षणों के लिये उनका दरवाजा होगा।”
भारत में मैडम तुसाद की वापसी पर अंशुल जैन, महाप्रबंधक, मर्लिन एंटरटेनमेन्ट्स इंडिया प्रा. लि. ने कहा, “दिल्ली में हमारे आकर्षण को आगंतुकों से काफी अच्छा प्रतिसाद मिला, जिससे मैडम तुसाद को भारत में महत्वपूर्ण ख्याति पाने में मदद मिली। 2020 में महामारी ने पूरे मनोरंजन उद्योग को काफी बड़ा झटका दिया था। भारत में मैडम तुसाद ने कोविड-19 से पैदा हुई स्थितियों का बहादुरी और सफलता से सामना किया है और अब वह एक रोमांचक और ज्यादा मनोरंजक ग्राहक अनुभव के लिये तैयार है। हमें आशा है कि डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में मैडम तुसाद के लॉन्च होने से पूरे मनोरंजन उद्योग का फिर उदय होगा। इसके अलावा हम डीएलएफ टीम का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं और डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में अपने ग्राहकों के साथ ज्यादा मनोरंजक अनुभव निर्मित करना चाहते हैं।”
नोएडा के डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया में मैडम तुसाद के खुलने पर सुश्री पुष्पा बेक्टर, कार्यकारी निदेशक, डीएलएफ रिटेल ने कहा, “हम वैश्विक मनोरंजक अनुभव मैडम तुसाद मोम संग्रहालय को डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया, नोएडा में लाते हुए उत्साहित हैं। हमारा लक्ष्य सटीक अनुभव देना है, जो हमारे लक्षित लोगों के लिये उपयुक्त हों और एनसीआर के लोगों की जीवनशैली में बदलाव करें। तुसाद एक प्रसिद्ध ब्राण्ड है, जिसने दुनियाभर के लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। हमारा विचार है सभी आयु समूहों के अपने ग्राहकों के लिये नये रिटेल की कल्पना का विस्तार करते हुए उनके हित में नवाचार जारी रखना।”