देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य मतदाता महोत्सव का शुभारंभ बुधवार को गांधी पार्क, देहरादून में मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग डॉ. नसीम जैदी, आयुक्तगण श्री ओ.पी.रावत, तथा श्री अचल कुमार ज्योति द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर उप निर्वाचन आयुक्त श्री संदीप सक्सेना, महानिदेशक (निर्वाचन व्यय) श्री दिलीप शर्मा, वरिष्ठ प्रधान सचिव श्री आर.के. शर्मा, निदेशक भारत निर्वाचन आयोग श्री निखिल कुमार, मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त डॉ. नसीम जैदी ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। विगत वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रकार का आयोजन दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसके बाद अन्य राज्यों द्वारा ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जाने थे। उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जिसके द्वारा राज्य मतदाता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें मतदाता जागरूकता की दिशा में आगे बढ़ते हुए इसे एक जनान्दोलन का स्वरूप देना होगा। उत्तराखण्ड देवभूमि है और देवभूमि की पवित्रता के अनुरूप प्रत्येक व्यक्ति को संकल्प लेना होगा कि वह मतदान प्रक्रिया में भाग लेकर लोकतंत्र को मजबूत करेने का सहभागी बनेगा। डॉ. जैदी ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से प्रदेशवासियों को आश्वस्त करता हूं कि वर्ष 2017 में राज्य में होने वाले चुनाव भयमुक्त और निष्पक्ष होंगे। उन्होंने भी जनता से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में मतदान प्रक्रिया में शामिल हो, इसके लिए निर्वाचन आयोग से जो भी सहयोग चाहिए वह दिया जायेगा। मुख्य निर्वाचन आयुक्त द्वारा राज्य मतदाता महोत्सव के सफल आयोजन हेतु मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बधाई दी गई। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन जनपद स्तर पर भी आयोजित किये जाय।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भारत निर्वाचन आयुक्त श्री ओ.पी.रावत ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम काफी शानदार रहा है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चों द्वारा दी गई प्रस्तुति सराहनीय है। इन बच्चों द्वारा जो संदेश दिया गया है, उसका प्रसार पूरे देश में किया जाना चाहिए। आयुक्त अचल कुमार ज्योति ने कहा कि मतदाता जागरूकता का आज जो दिया जलाया गया है, उसकी रोशनी से पूरा उत्तराखण्ड और देश रोशन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन प्रदेश के सभी जनपदों में किये जाने चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तराखण्ड राधा रतूड़ी ने बताया कि सीमित संसाधनों के द्वारा राज्य मतदाता महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में मतदान हेतु आमजनमानस में जनजागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि प्रथम राज्य मतदाता महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विभिन्न मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से मतदाता जागरूकता विषयवस्तु को लोकप्रिय बनाना है। युवा मतदाता को लोकतंत्र की रचना मे भारत निर्वाचन आयोग की भूमिका, मतदान का अधिकार, मतदान का महत्व एवं सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में युवा वर्ग की नैतिक सहभागिता सुनिश्चित करना है।
इससे पूर्व गांधी पार्क, देहरादून में आयोजित दो दिवसीय मतदान महोत्सव में मुख्य अतिथियों द्वारा राज्य के आई-कॉन श्री मनीष रावत (क्रीडा जगत), कविता बिष्ट (महिला सशक्तिकरण) तथा जुबिन नौटियाल (गायक) को शॉल व स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया गया। राज्य मतदाता महोत्सव में मतदाता जागरूकता पर आधारित प्रमुख कार्यक्रमो एवं गतिविधियों यथा लोक संगीत, लोक नृत्य, नुक्कड़ नाटक, कठपुतली कार्यक्रम, पारम्परिक वाद्ययंत्र पर आधारित कार्यक्रम, स्लेगन एवं पेटिंग प्रतिस्पर्धा, जीवंत चित्रकारी, रंगोली प्रतियोगिता, मेहन्दी आर्ट प्रतियोगिता, डिबेट, क्विज, युवा संसद, वीडियो क्लिपों, लघु फिल्मो का प्रदर्शन/ कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। दिव्यांग वर्ग से सम्बन्धित संस्थाओं रैफल होम, बजाज लर्निंग संस्था, शार्प मेमोरियल एवं एनआईवीएच के बच्चों द्वारा महोत्सव के उद्घाटन सत्र में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से मतदान जागरूकता संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रसिद्ध लोकगायक प्रीतम भरतवाण द्वारा मतदान जागरूकता विषयक गढ़वाली गीत की प्रस्तुती दी गई। इस अवसर पर प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसमें सभी जनपदों द्वारा अपनी जिला प्रोफाइल मतदाता जागरूकता गतिविधियों का प्रदर्शन स्टॉल के माध्यम से किया गया। इसके अतिरिक्त मतदाता सहायता केन्द्र, वोटर पंजीकरण कैम्प, आधार पंजीकरण शिविर, ईवीएम प्रशिक्षण कैम्प, आदर्श मतदान केन्द्र के मॉडल/प्रारूप का प्रदर्शन किया गया। महोत्सव मे पारम्परिक हस्तकला (हिमाद्री) की प्रदर्शनी, स्वयं सहायता समूह एवं निर्बल वर्ग द्वारा महिला सशक्तिकरण विभाग, मीडिया, विभिन्न राहत शिविर प्राथमिक चिकित्सा, पुलिस एवं फायर, होमगार्ड, पीआरडी, स्वयंसेवक कार्यकर्ताओं द्वारा भी स्टॉल लगाये गये। महोत्सव मे पेन्टिंग, रंगोली, मेहन्दी उत्सव, उत्तराखण्ड का विशेष फूड कोर्ट आदि भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहें।