नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने रविवार को जाटों को आरक्षण देने के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाने का ऐलान कर दिया। इसके बावजूद जाट प्रदर्शनकारी हरियाणा में हुड़दंग करना बंद नहीं कर रहे। दिल्ली से सटे सोनीपत के
गन्नौर में उपद्रवियों ने एक माल गाड़ी को आग लगा दी।
जाट आंदोलन के चलते अंबाला रूट पर पंजाब और हिमाचल प्रदेश से आने वाली 70 ट्रेनें रद्द कर दी गईं। एनएच-1 को सुबह पुलिस और सेना ने खुलवा लिया था। लेकिन बाद में प्रदर्शनकारियों ने इसे फिर से पानीपत में जाम करने की कोशिश की हिसार के हांसी में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बल झड़प हुई।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने लोगों से अपील कि वे शांति बनाए रखें’ केंद्र की ओर से बनाई गई समिति के सदस्यों में सतपाल मलिक, अविनाश राय खन्ना, महेश शर्मा और संजीव बालियान शामिल हैं। सरकार के ठोस आश्वासन के बावजूद दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ में प्रदर्शनकारी सोमवार सुबह भी सड़कों पर डटे रहे। प्रदर्शनकारियों जब तक ठोस फॉर्मूला नहीं बनाया जाएगा, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे, इससे पहले हरियाणा बीजेपी के प्रभारी अनिल जैन ने रविवार को आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने और आंदोलन खत्म करने की अपील की सरकार द्वारा गठित समिति जाट समुदाय के मांगों पर विचार करेगी, जिसके बाद अंतिम फैसला और आरक्षण की रूपरेखा तय होगी। बीते 9 दिनों से हरियाणा में जारी जाट आंदोलन में हिंसा चरम पर है आंदोलनकारियों ने अब तक 1000 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया है, जबकि 7 जिलों में कर्फ्यू लागू है इस आंदोलन में अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है।
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