भारत और बहरीन की सल्तनत के बीच अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में संयुक्त कार्य समूह की पहली वर्चुअल बैठक कल हुई। बहरीन प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सस्टेनेबल एनर्जी अथॉरिटी के अध्यक्ष एच. ई. डॉ. अब्दुल हुसैन बिन अली मिर्जा ने किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संयुक्त सचिव एच.ई. श्री दिनेश दयानंद जगदाले ने किया। बहरीन की सल्तनत में भारत के राजदूत एच. ई. बैठक में पीयूष श्रीवास्तव ने भी बैठक भाग लिया।
भारत और बहरीन के बीच जुलाई 2018 में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
यह एक बहुत ही सफल बैठक थी, जिसमें दोनों पक्षों ने जलवायु परिवर्तन के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अक्षय ऊर्जा के महत्व को रेखांकित किया और अपनी सरकारों द्वारा निर्धारित किए गए प्रयासों, प्रगति और भविष्य के लक्ष्यों के साथ-साथ इस क्षेत्र में उपलब्ध अवसरों को प्रस्तुत किया।
बहरीन प्रतिनिधमंडल ने अपना अनुभव, विशेषज्ञता और कार्यप्रणाली को साझा करने पर सहमत हुआ। दोनों प्रतिनिधिमंडल ने क्षमता विस्तार में आपसी सहयोग को बढ़ाने पर सहमति दी और संबंधित एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। इसके साथ ही इस क्षेत्र में विशेष रूप से सौर, पवन और स्वच्छ हाइड्रोजन के क्षेत्र में दोनों देशों के निजी क्षेत्र के बीच सहयोग पर बढ़ाने पर जोर दिया।
बैठक सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण माहौल में हुई। दोनों प्रतिनिधिमंडल के बीच पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीखों पर जेडब्ल्यूजी की बैठक के अगले दौर को आयोजित करने पर सहमति हुई, जो राजनयिक चैनलों के माध्यम से तय किया जाएगा।