भारत के कोविड टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने बुधवार, 5 जनवरी को कहा कि बूस्टर या ‘प्रीकॉशन डोज’ (Precautionary dose) के रूप में तीसरी डोज पाने के योग्य लोगों के लिए वैक्सीन (vaccine) का कोई मिश्रण नहीं होगा.
इसका मतलब है कि जिन लोगों को कोविशील्ड की दो डोज मिले हैं, उन्हें इस बार वही वैक्सीन मिलेगी, और जिन लोगों को भारत बायोटेक का कोवैक्सिन मिला है, उन्हें उसी वैक्सीन का तीसरा डोज मिलेगा.
गौरतलब है कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के मद्देनजर वैक्सीन बूस्टर की निरंतर मांग के बाद पिछले महीने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘प्रीकॉशन डोज’ की घोषणा की थी. वैक्सीन की यह तीसरी डोज 10 जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स, स्वास्थ्य कर्मियों और को-मोर्बिडिटी वाले 60 से अधिक लोगों के लिए उपलब्ध होगी.
दूसरी तरफ 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए वैक्सीन सोमवार, 3 जनवरी से शुरू हुई, जिसमें वैक्सीन के रूप में कोवैक्सिन को एकमात्र विकल्प रखा गया है. सरकार ने बच्चों के लिए एक और वैक्सीन – Zydus Cadila के ZyCoV-D को मंजूरी दे दी है – लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह वास्तव में कब उपलब्ध होगा.
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