पौड़ी: राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बृहस्पतिवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज पौड़ी में टीचरों की जमकर क्लास ली। उन्होंने कहा कि स्कूल की अध्यापिकाएं सख्त हैं या फिर बच्चों पर ध्यान नहीं दे रही हैं। यही वजह है कि बच्चे भी उन्हें सम्मान नहीं दे रहे हैं। स्कूल में प्रार्थना सभा के बाद हर रोज बच्चों को नैतिक शिक्षा दी जाए।
राज्यपाल ने बृहस्पतिवार सुबह जीजीआईसी पहुंचकर छात्राओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे छात्राओं से सीधे बात करेंगी। छात्राएं एक मिनट के भीतर अपनी बात रखें। स्कूल की छात्रा दीक्षा चमोली ने राज्यपाल को बताया कि बच्चे शिक्षकों का सम्मान नहीं करते। स्कूल में इंटरमीडिएट तक नैतिक शिक्षा विषय होना चाहिए। इस पर राज्यपाल ने कहा कि यह गंभीर विषय है।
जब हम छात्रों को संस्कार नहीं दे पा रहे हैं तो क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि स्कूल की शिक्षिकाएं सख्त हैं या फिर छात्राओं पर ध्यान नहीं दे पा रही हैं। यही वजह है कि बच्चियां भी उन्हें सम्मान नहीं दे रही हैं।
कार्यक्रम में डीआईजी गढ़वाल अजय रौतेला, मुख्य विकास अधिकारी दीप्ति सिंह, एडीओ राज्यपाल असीम श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी सदर एसएस राणा, मुख्य शिक्षा अधिकारी मदन सिंह रावत, प्रधानाचार्य जीजीआईसी विनीता शाह व प्रधानाचार्य जीआईसी बीसी बहुगुणा आदि मौजूद रहे।
खांड्यूसैंण में माल्टे का पौधा लगाया
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने बृहस्पतिवार को उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के उद्यान सचल दल केंद्र खांड्यूसैंण का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परिसर में माल्टा का पौधा लगाया। उद्यान में कार्य कर रही महिलाओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि इसी तरह संगठित होकर कार्य करें।
बेटियां लक्ष्य तय कर मंजिल करें हासिल : राज्यपाल
टिहरी दौरे पर पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने जिला चिकित्सालय बौराड़ी में टेलीमेडिसिन सेवा की जानकारी हासिल की। उसके बाद उन्होंने जीजीआईसी बौराड़ी में स्थानीय उत्पादों के स्टाल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अपना लक्ष्य तय कर सफलता प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से चलाई जा रही योजनाओं से महिलाएं कितनी सशक्त हो रही हैं इसका निरीक्षण करना ही भ्रमण का लक्ष्य है।
बृहस्पतिवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य जिला चिकित्सालय पहुंची। अस्पताल में राज्यपाल ने टोल फ्री 555 टेलीमेडिसिन सेवा की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह सेवा राज्य के सभी जिलों में लागू करने की जरूरत है। डीएम सोनिका ने बताया कि जिले के 20 सब सेंटरों पर यह सेवा शुरू की गई है। भविष्य में इसे ऋषिकेश एम्स से जोड़ने की योजना है।
उसके बाद जीजीआईसी बौराड़ी पहुंची राज्यपाल ने विभिन्न विभागों और छात्र-छात्राओं की ओर से लगाए गए स्टालों का निरीक्षण कर पहाड़ी व्यंजन पकोड़ी, रोटाना और अर्से का स्वाद भी चखा। इस मौके पर एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत, सीएमओ डा. भागीरथी जंगपांगी, सीडीओ आशीष भटगांई, सीएमएस डा. यतेंद्र सिंह, डा. राखी गुसाईं, प्रधानाचार्य शगुफ्ता प्रवीन, पूनम तिवारी आदि मौजूद थे।
कुपोषित बच्चों को गोद लें अधिकारी
कुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अधिकारी इन बच्चों को गोद लें और इन्हें कुपोषण से बाहर लाएं। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने सर्किट हाउस में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए।
राज्यपाल ने सीडीओ दीप्ति सिंह को निर्देश दिए कि इन बच्चों की जिम्मेदारी अलग-अलग अधिकारियों को दी जाए। उन्होंने जिलाधिकारी, एसएसपी एवं डीएफओ को निर्देश दिया कि कंडोलिया में पार्क को और बेहतर बनाया जाए।
पहाड़ से पलायन रोकने के लिए उन्होंने स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने पर जोर दिया। गढ़वाल आयुक्त शैलेश बगौली ने जल विद्युत परियोजना, ऑलवेदर रोड एवं ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना की जानकारी दी। इससे पहले राज्यपाल ने लोगों की समस्याएं सुनीं।