लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि मौसम में बदलाव का असर राजनीति में भी दिखाई पड़ने लगा है। अपने पूरे राजनीतिक जीवन में जिन्हें कभी गाँव और किसान की सुध नही आई, कभी उनके बीच
नही बैठे, वे अब किसानों के लिए हमदर्दी के घडि़याली आँसू बहाने के लिए दौरे करने लगे हैं। उनके पास किसानों को देने के लिए सिवाय जुमलेबाजी के कुछ भी नही है। झूठे वादों के माहिर वे किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं पर इसमें वे सफल नही हो पायेंगे, क्योंकि उत्तर प्रदेश का किसान सबकी हकीकत पहचानता है। उत्तर प्रदेश में चैधरी श्री चरण सिंह और श्री मुलायम सिंह यादव ने जो दिशा दी उस पर श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार चलकर कृषि अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत बना रही है।
अभी पिछले दिनो ही किसान ओलावृष्टि, बेमौसम बरसात और सूखे से बुरी तरह प्रभावित रहा है। केन्द्र की भाजपा सरकार को तब किसानों से हमदर्दी नही हुई। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव केन्द्र सरकार से किसानों को राहत देने के लिए मदद की गुहार लगाते रहे, केन्द्र से तब एक पैसा किसानों को मदद नही मिला। नुकसान का बाद में केन्द्र डेढ़ गुना मुआवजा देने को राजी हुआ जबकि राज्य सरकार दुगुना दे रही है। समाजवादी सरकार ने वर्ष 2016-17 को ‘किसान-युवा वर्ष’ घोषित कर अपनी प्राथमिकता को उजागर किया है। सरकार ने बुन्देलखण्ड के लिए विशेष पैकेज के साथ डैम और तालाब बनवाए हैं। किसानों को खाद बीज के लिए कही भटकना नही पड़ता।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार अपने बजट का 80 प्रतिशत गाँव-गरीब पर खर्च कर रही है। किसानों का 50 हजार रुपये का कर्ज माफ कर दिया गया है और उन्हें मुफ्त सिंचाई सुविधा दी गई है। ढाई करोड़ किसानों के लिए फसल बीमा और 5 लाख रुपये की दुर्घटना बीमा योजना बनी है।
उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों को राहत देने के मामले में भी समाजवादी सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए है। गत सत्र 2014-15 के लिए निजी क्षेत्र की 73 सहकारी क्षेत्र की 23 और गैर निगम क्षेत्र की 01 कुल बन्द चीनी मिलों द्वारा शत प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। किसानों को सस्ते ब्याज पर कर्ज दिया जा रहा है। राज्य सरकार ने 2016-17 के बजट में 1336 रुपये की गन्ना किसानों के भुगतान की व्यवस्था की है।
मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव स्वयं कृषक परिवार से होने के नाते कृषि अर्थव्यवस्था से भलीभाँति परिचित है और किसानों की समस्याओं के प्रति अत्यन्त संवेदनशील हैं। उनके प्रयास से कई बन्द चीनी मिलें फिर से चालू हुई है। उत्तर प्रदेश में पहले से ही समाजवादी सरकार द्वारा किसानों की अतिरिक्त आय में वृद्धि के लिए कामधेनू डेयरी, कुक्कुट, मौंन तथा मत्स्य पालन की योजनांए चल रही है।
विपक्षी चाहे जो भ्रम फैलाये उससे राज्य की जनता कभी भी विचलित होने वाली नही है।
7 comments