नई दिल्ली: पर्यटन और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. महेश शर्मा ने भारतीय शिष्टमंडल के साथ लंदन में “वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम) 2016” में भाग लिया। यह यात्रा और पर्यटन उद्योग के सबसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में से एक है। ‘भारत – अनन्त विरासत की भूमि’ विषय पर डब्ल्यूटीएम 2016 में आधिकारिक महत्वपूर्ण भागीदार है।
भारतीय शिष्टमंडल में मुख्यमंत्री, राज्यों के पर्यटन मंत्री, राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के गणमान्य व्यक्ति, उद्योग भागीदार और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के अधिकारी शामिल हैं। लगभग 42 सह-प्रदर्शकों / राज्य / संघ राज्य क्षेत्र पर्यटन विभागों के भागीदार सहित, टूर ऑपरेटर, होटल व्यवसायी, रिसॉर्ट मालिक, एयर इंडिया, आईआरसीटीसी, आईटीडीसी, और अन्य हितधारक अपने विविध पर्यटन उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन करने के लिए वहां मौजूद हैं।
डॉ महेश शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि हाल के वर्षों में भारत में विदेशी पर्यटकों के आगमन में हुई वृद्धि से भारतीय पर्यटन की संभावना निश्चित रूप से बहुत आशाजनक हुई है। उन्होंने कहा कि 2015 में 8.03 लाख विदेशी पर्यटक भारत आए जबकि 2014 में 7.68 मिलियन विदेशी पर्यटक भारत आए थे। इस प्रकार 4.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार आर्थिक विकास के लिए पर्यटन के योगदान के बारे में जागरूक है और सरकार यात्रियों का भारत भ्रमण बहुत सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत की एक समृद्ध और विविध प्राकृतिक, सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत है जो पर्यटन को अनूठा अवसर प्रदान करती है। भारत के मंदिरों, महलों, किलों की वास्तुकला, मूर्तियों की भव्यता और चित्रों की सुंदरता, पर्यटकों को अद्वितीय अनुभव प्रदान करती है। राजस्थान में रेगिस्तान सर्किट, हिमाच्छादित हिमालय, केरल के बैकवाटर, और गोवा के समुद्री तट अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय हैं। भारत में सांस्कृतिक परिसंपत्तियों और जैव भौगोलिक क्षेत्रों सहित 35 विश्व विरासत स्थल मौजूद हैं।