लखनऊ: अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ श्री नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ अभिनव प्रयोग करते हुए टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस अभिनव प्रयोग सेें कोरोना संक्रमण में कमी आयी है। अन्य प्रदेशों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 3टी जैसे अभिनव प्रयोग के कारण ही 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 3,10,783 से घटकर मात्र 250 हो गये है तथा 23 अप्रैल के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर 28 हो गये है। उन्होंने बताया कि कल विगत 24 घंटे में 15 लोग कोविड-19 से ठीक हुए। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस करके सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से 17.24 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल तथा लक्षणयुक्त लोगों की जांच करवा कर लगभग 16 लाख से अधिक मेडिकल किट बांटी गयी। उन्होंने बताया कि कोविड का संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है, इसलिए सभी लोग सवाधानी बरतें तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें।
श्री सहगल ने बताया कि कुछ जनपदों में डेंगू और मच्छर जनित बिमारियांे की सूचना प्राप्त हुई है। मुख्यमंत्री जी स्वयं इसकी समीक्षा की जा रही है। उनके द्वारा स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक प्रबन्ध करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री जी द्वारा फिरोजाबाद, मथुरा का निरीक्षण कर आवश्यक सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये थे। पूरे प्रदेश में 05 सितंबर से स्वच्छता-सैनीटाइजेशन का वृहद अभियान चलाया जायेगा। जिलों के लिए नामित नोडल अधिकारी को साफ सफाई अभियान व व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है। सभी नगर निगमों, नगर पंचायतों, नगर परिषदों एवं नगर पालिकाओं को निर्देशित किया गया है कि 05 सितम्बर से साफ-सफाई का अभियान चलायें। उन्होंने बताया कि आमजन से अपील की गयी है कि 05 सितम्बर से चलने वाले अभियान से जुड़कर अपने आसपास साफ-सफाई रखें।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा बाढ़ प्रभावित जनपदों का निरीक्षण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा कल बहराइच, गोंडा, बलरामपुर, जिलों का सर्वेक्षण के साथ ही बाढ़ राहत केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री जी द्वारा आज महाराजगंज, कुशीनगर एवं गोरखपुर जनपदों का हवाई दौरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी द्वारा बाढ़ ग्रसित लोगों को खाद्य सामग्री स्वयं अपने हाथों से बांटी जा रही है। उन्होंने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को बाढ़ स्थिति से सर्तक रहने तथा जलभराव जनित बीमारियों को लेकर नियमित रूप से अस्पताओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ प्रभावित लोगों को फूड पैकेट, ड्राई राशन, दवाई व अन्य आवश्यक सामग्री वितरित किये जा रहे है तथा पशुओं के चारे व उनके उपचार की भी व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ नावें लगायी गयी है।