23.7 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि ब्रिटेन के साथ भारत के संबंधों के नये अध्याय की शुरूआत

देश-विदेश

नई दिल्ली: केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा है कि ब्रिटेन के साथ भारत के संबंधों में नये अध्याय की शुरूआत हुई है। 24 से 26 अक्टूबर, 2016

प्रगति मैदान, नई दिल्ली में भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी शिखर ज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन की घोषणा ब्रिटेन के विश्वविद्यालय और विज्ञान मंत्री श्री जो जॉनसन के साथ करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की हाल ही में ब्रिटेन की यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों को नया प्रोत्साहन मिला है।

द्विपक्षीय विचार विमर्श के दौरान दोनों मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच चल रही विभिन्न गतिविधियों का स्मरण करते हुए विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अपने संबंधों को और मजबूत करने की आशा व्यक्त की है। डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा कि दोनों देश मिल कर जन-स्वास्थ्य, ऊर्जा-पेयजल, खाद्य, दीर्घकालिक आधारभूत ढांचे के साथ-साथ निर्माण प्रौद्योगिकी और विशाल आंकड़ों के विश्लेषण आदि क्षेत्रों में बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के वर्तमान प्राथमिक क्षेत्रों के अंतर्गत मेक-इन-इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्मार्ट शहर, स्वच्छ भारत और स्टार्टअप भारत जैसे राष्ट्रीय अभियानों में ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है।

अपने संबोधन में श्री जो जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन न्यूटन-भाभा कार्यक्रम को अपना समर्थन अधिक वित्तीय सहायता देकर जारी रखेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि अगले वर्ष आयोजित होने वाले भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी शिखर ज्ञान प्रदर्शनी में ब्रिटेन की ओर से बड़ी भागीदारी की जाएगी।

अक्टूबर, 2016 में आयोजित होने वाले इस प्रदर्शनी के दौरान भारत और ब्रिटेन की कंपनियों के प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग का श्रेष्ठ प्रदर्शन देखने को मिलेगा। इसके साथ ही इसमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग की सफलता का प्रदर्शन और भविष्य होने वाले कार्यक्रमों में भागीदारी की संभावना पर विचार किया जाएगा।

भारत-ब्रिटेन प्रौद्योगिकी शिखर ज्ञान प्रदर्शनी-2016 में महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे निर्माण, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, वहनीय स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छ प्रौद्योगिकी पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More